हिम्मत से लड़कर निकम ने कोरोना को हराया

Loading

मुंबई. सायन स्थित एसआर मेहता हॉस्पिटल के कर्मचारी प्रकाश निगम को इंफेक्शन कैसे हुआ, उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन उन्हें 5 मई से बुखार आने लगा था.7 मई को उन्होंने टेस्ट कराया और स्वैब गोरेगांव स्थित एसआरएल लैब में जांच के लिए भेजा गई. 9 मई को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. उन्हें नायर हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया.

 नायर में उनका अच्छा इलाज हुआ, दवाइयों के साथ विटामिन ‘सी’ और मल्टीविटामिंस दिए गए. निकम को सुबह नाश्ता, दोनों वक्त खाना, दूध, अंडे, ब्रेड, केला आदि  दिया जाता था. उनका सिटीस्कैन आदि किया गया. ठीक होने पर उन्हें हॉस्पिटल से 19 मई को डिस्चार्ज कर दिया गया. उन्होंने होम क्वावॉरेटाइन अवधि भी पूरी कर ली है और इस समय ड्यूयूटी कर रहे हैं. 

बुखार आने के बाद छिपाना नहीं चाहिए

निकम ने कहा कि हॉस्पिटल में उनका इलाज नि:शुल्क हुआ और डॉक्टर, नर्स आदि ने उनकी अच्छी देखभाल की. 45 वर्षीय शिवड़ी के रहने वाले प्रकाश निकम ने कहा कि मुझे संक्रमण होने पर थोड़ा डर अवश्य लगा, लेकिन मैंने सभी प्रिकॉशन समय पर शुरू कर दिए थे और हिम्मत के साथ कोरोना से लड़ा, जिससे ठीक हो गया. अपने संदेश में उन्होंने कहा कि लोग कोरोना को हल्की बीमारी के रूप में ना लें, वैसे सारी सावधानियां बरती जाएं और नियम से रहा जाए तो यह ज्यादा गंभीर नहीं है, लेकिन लापरवाही बरतने वालों के लिए समस्याएं अवश्य खड़ी हो जाती हैं. बुखार आने के बाद छिपाना नहीं चाहिए, तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और लोगों से खुद को अलग कर लें. कुछ लोग इस खतरनाक संक्रमण को छिपाने की कोशिश करते हैं, जो बाद में उनके लिए मुसीबत बन जाती है. निकम ने कहा कि मेरी सभी से अपील है कि लोग बाहर से घर आने के बाद हाथ, मुंह अवश्य धोएं. मास्क, सैनिटाइजर और ग्लव्स का प्रयोग करें. सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें, तभी हम मुंबई सहित देश से कोरोना को भगा सकेंगे.