निसर्ग तूफान : पालघर में लोगों ने ली राहत की सांस

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संजय सिंह ठाकुर 

पालघर. पालघर में तूफान टलने के बाद जिले के लोगों के साथ ही प्रशासन ने राहत की सांस ली है.  सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से 20 गांव के करीब 15 हजार लोगोंं को राहत सेंटर में शिफ्ट किया गया था.

बता दें कि महाराष्ट्र और गुजरात में दाखिल हुए  चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए व मौसम विभाग की तरफ से श्रीवर्धन से लेकर दमन तक  हाई एलर्ट जारी किया गया था.3 जून को पालघर में यह तूफ़ान पहुंचने वाला था, लेकिन आखिरी दौर में इस तूफान ने अपना रास्ता बदल दिया, जिसके बाद पालघर जिले पर मंडरा रह खतरा टल गया.

जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने संभाल रखा था मोर्चा 

वहीं तूफान से होने वाली किसी भी प्रकार की तबाही से निपटने के लिए जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की दो टीम ने पूरी तरह से मोर्चा संभाल रखा था. तूफान के विकराल रूप को देखते हुए किसी भी संकट से निपटने के लिए जिले के सभी तहसीलदार, पुलिस प्रशासन ,बिजली विभाग व अन्य विभाग के अधिकारियों को एलर्ट रहने के लिए कहा गया था. 

20 गांव के करीब 15 हजार लोगों को किया गया था  शिफ्ट 

सावधानी के तौर पर व किसी प्रकार की जनहानि न हो उसे देखते हुए पालघर ,वसई ,दहानू ,तलासरी तहसील में अरब सागर के किनारे बसे करीब 20 गांवों को सावधान रहने के लिए कहा गया था. साथ करीब 15 हजार लोगोंं को अलग- अलग राहत सेंटर में शिफ्ट गया था.डेरी,मेडिकल व अन्य अत्यावश्यक  दुकानों को छोड़कर इन तहसीलों में कार्यरत सभी दुकानों ,कंपनियों को एक दिन के लिए बंद करने का आदेश पालघर के डीएम डॉ. कैलास शिंदे द्वारा दिया गया था. लोगों से घरों में रहने की अपील की गयी थी.