निजी अस्पतालों से बेड का टेकओवर नहीं, फडणवीस का खुलासा

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– आंकड़ें कम दिखाने के लिए कम टेस्ट

– कोरोना पर राजनीतिक कलह

मुंबई. कोरोना संकट को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में कलह जारी है. विधानसभा में नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार ने निजी अस्पतालों के 80 प्रतिशत बेड को टेकओवर करने की घोषणा की है, लेकिन यह सिर्फ कागजी है. उन्होंने कहा कि मुंबई में लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं. 

इसकी एक बड़ी वजह यह है कि निजी अस्पतालों के 80 फीसदी बेड पर पूरी तरह से कब्जा नहीं लिया गया है. कई अस्पताल बेड रहते हुए मरीजों को मना कर रहे हैं. इस वजह से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. फडणवीस ने आरोप लगाया कि लोगों को सिर्फ रजिस्टर्ड अस्पतालों में महात्मा फुले जनआरोग्य योजना का लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा  कि ठाकरे सरकार की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है.

रोजाना सिर्फ 15 हजार टेस्ट

फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में रोजाना 35 हजार कोरोना टेस्ट की क्षमता है, लेकिन सिर्फ 15 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुंबई में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा टेस्ट पर जोर दिया जाना चाहिए. फडणवीस ने आरोप लगाया कि ठाकरे सरकार कोरोना मरीजों के आंकड़ों  को कम दिखाने के लिए कोरोना के कम टेस्ट कर रही है.  

ठाकरे के लोकप्रिय सीएम चुने जाने पर तंज

फडणवीस ने एक सर्वे में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लोकप्रिय सीएम चुने जाने पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें इस सर्वे के बारे में पता नहीं है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर यदि लोगों की शिकायतों को देखा जाए तो पता चलेगा की सरकार की असली हकीकत क्या है.

राजीव बजाज मेडिकल के जानकर नहीं

फडणवीस ने बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज के उस बयान को उनका अपना नजरिया करार दिया, जिसमें उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन से देश को फायदा नहीं  हुआ, बल्कि देश का आर्थिक विकास पूरी तरह से रुक गया है. उन्होंने कहा कि राजीव बजाज मेडिकल के नहीं, बल्कि ऑटो सेक्टर के जानकार हैं. ऐसे में लॉकडाउन लगाना गलत फैसला था. उनके इस इस बयान से मैं सहमत नहीं हूं. राजीव बजाज ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हुई बातचीत में लॉकडाउन के फैसले की आलोचना की थी.