लोकल में बढ़ रही महिलाओं की संख्या, स्टेशनों पर दिखने लगी चहल-पहल

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मुंबई. लोकल में आम महिलाओं को यात्रा की इजाजत दिए जाने के बाद अब स्टेशनों पर भीड़ दिखाई देने लगी है. कोरोना काल में पिछले 7 माह से आम यात्रियों के लिए बंद मुंबई लोकल नॉन पीक-ऑवर में महिलाओं के लिए खोल दी गई है. पिछले बुधवार से आम महिलाओं को लोकल में यात्रा की इजाजत दी गई, परंतु अब नवरात्रि समाप्त होने के बाद ज्यादा संख्या में महिलाएं घर से बाहर निकल रहीं हैं. 

सोमवार को मध्य और पश्चिम उपनगरीय स्टेशनों पर ज्यादा चहल-पहल दिखी. पश्चिम रेलवे के नालासोपारा, वसई, विरार बोरीवली इन स्टेशनों पर टिकट के लिए महिलाओं की लंबी लाइन दिखी. इसी तरह मध्य रेलवे के कल्याण, डोम्बीवली, मुंब्रा, ठाणे, घाटकोपर, कुर्ला आदि स्टेशनों पर भी बड़ी संख्या में महिलाएं लोकल यात्रा करते दिखीं. आम महिलाओं को नॉन पीकऑवर में सुबह 11 से 3 बजे और शाम को 7 बजे से अंतिम लोकल तक यात्रा की इजाजत दी गई है.

मध्य और पश्चिम रेलवे पर 8 लाख यात्री

बताया गया है कि महिलाओं को नॉन पीक-ऑवर में यात्रा की इजाजत दिए जाने के बाद मध्य और पश्चिम उपनगरीय स्टेशनों पर लगभग 1 लाख महिला यात्रियों की संख्या बढ़ी है. तेजस्विनी महिला रेल प्रवासी संगठन की अध्यक्ष लता बारगड़े के अनुसार अब नवरात्र के बाद ज्यादा संख्या में कामकाजी महिलाएं घरों के बाहर निकलेंगी. स्टेशनों पर ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए प्रशासन को उपाय करने होंगे. इस समय मुंबई में 1410 लोकल फेरियां चलाई जा रहीं हैं. इनमें अत्यावश्यक कर्मचारियों, आम महिलाओं व अन्य कैटेगरी सहित 8 लाख से ज्यादा लोग रोजाना यात्रा कर रहे हैं. 

पश्चिम रेलवे पर 265 काउंटर खुले

पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर ने बताया कि आम महिलाओं को यात्रा की इजाजत दिए जाने के बाद यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सभी उपनगरीय स्टेशनों पर 265 अर्थात लगभग 90 प्रतिशत काउंटर खोल दिए गए हैं. सीपीआरओ ठाकुर के अनुसार मंगलवार से महिला यात्रियों की संख्या बढ़ी है. पश्चिम रेलवे की लोकल में चार से सवा चार लाख लोग यात्रा कर रहे हैं. सुमित ठाकुर ने कहा कि यात्रियों की संख्या बढ़ने पर और भी लोकल फेरियां बढ़ाई जाएगी. 

मध्य रेलवे पर 4 लाख यात्री

मध्य रेलवे पर इस समय रोजाना 706 लोकल फेरियां चल रहीं हैं. मध्य रेलवे के सीपीआरओ शिवाजी सुतार ने बताया कि आम महिलाओं को यात्रा की इजाजत दिए जाने के बाद रोजाना 3.50 लाख से 4 लाख लोग यात्रा कर रहे हैं. सीपीआरओ शिवाजी सुतार ने कहा कि फिलहाल कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार 5 लाख यात्रियों के लिए 706 लोकल फेरियां पर्याप्त हैं. यात्रियों की संख्या बढ़ने पर और भी लोकल फेरियां मेन लाइन के साथ हार्बर और ट्रांस हार्बर पर बढ़ेंगी. प्रत्येक लोकल में  700 अत्यावश्यक कर्मचारियों और महिलाओं को  यात्रा की परमिशन दी गई है.

वकीलों के साथ उनके क्लर्क को भी लोकल में इजाजत

मुंबई लोकल में वकीलों के साथ उनके रजिस्टर्ड क्लर्क को भी यात्रा की इजाजत दे दी गई है. सोमवार की देर शाम मध्य और पश्चिम रेलवे द्वारा जारी सयुंक्त बयान में कहा गया कि मुंबई और एमएमआर के विभिन्न कोर्ट में प्रेक्टिस करने वाले वकीलों और उनके रजिस्टर्ड क्लर्क को लोकल में यात्रा की इजाजत दी गई है. इसके लिए उनकी आईडी और अन्य शर्ते अनिवार्य होंगी. उल्लेखनीय है कि लोकल में परमिशन को लेकर वकीलों ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका भी दाखिल की थी. इस संबंध में राज्य सरकार ने 22 अक्टूबर को रेलवे को पत्र देकर वकीलों को लोकल में यात्रा की इजाजत दिए जाने की सिफारिश की थी.