Omicron : Strict instructions in Uttarakhand ahead of PM Modi rally in Dehradun, people attending rally will have rapid antigen test of corona
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  • जगह-जगह मोर्चा निकाला जाएगा

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मुंबई. वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से लाकडाउन के दौरान सरासरी बिल के बाद विद्युत ग्राहकों को भेजे गए भारी भरकम बिल पर बवाल शुरू हो गया है. सरकार के ‘यू-टर्न’ के बाद विपक्ष ने आंदोलन का निर्णय लिया है. जिसके तहत भाजपा की तरफ से 23 नवंबर सोमवार को मुंबई सहित पूरे राज्य में आंदोलन  किया जाएगा. 

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के निर्देश पर जगह-जगह मोर्चा निकाला जाएगा और बिजली बिल की होली जलाई जाएगी.महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने 26 नवंबर को राज्यव्यापी आंदोलन का निर्णय लिया है.

अडानी इलेक्ट्रिक कार्यालय पर आंदोलन 

विद्युत ग्राहकों को भारी भरकम बिल भेजने और किसी तरह की सहूलियत नहीं देने को लेकर भाजपा विधायक योगेश सागर के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता कांदिवली स्थित अडानी इलेक्ट्रिक कार्यालय पर आंदोलन करेंगे. सुबह 9 बजे से शुरु होने वाले आंदोलन में जिलाध्यक्ष गणेश खणकर, प्रभाग समिति अध्यक्ष लीना दहेरकर, नगरसेवक कमलेश यादव, दीपक (बाला) तावड़े  नगरसेविका प्रतिभा गिरकर सहित अन्य लोग शामिल होंगे. अडानी इलेक्ट्रिक ने बिल नहीं जमा करने वालों का कनेक्शन काटना शुरू कर दिया है.भाजपा नेता और मुंबई के पूर्व उपमहापौर मोहन मिठबावकर को भी बिजली कनेक्शन काटने की नोटिस भेजी गयी है.

कोटक के नेतृत्व में मुलुंड में मोर्चा 

भाजपा सांसद मनोज कोटक के नेतृत्व में मुलुंड पांच रास्ता स्थित महावितरण के कार्यालय पर सुबह 11 बजे मोर्चा निकाला जाएगा.मोर्चे में स्थानीय विधायक मिहिर कोटेचा, मनपा में पार्टी के गुट नेता प्रभाकर शिंदे,नगरसेवक प्रकाश गंगाधरे सहित पार्टी के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी शामिल होंगे. भाजपा की तरफ से भांडुप और घाटकोपर में भी मोर्चा निकाला जाएगा. पार्टी प्रवक्ता और नगरसेवक भालचंद्र शिरसाट के मुताबिक बिजली बिल के खिलाफ आंदोलन में पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा बड़ी संख्या में आम नागरिक हिस्सा लेंगे.

मनसे का 26 को राज्य व्यापी मोर्चा

बढ़े हुए बिजली बिल के खिलाफ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने 26 नवंबर को राज्यव्यापी आंदोलन का निर्णय लिया है. मनसे नेता और पूर्व मंत्री बाला नंदगांवकर के मुताबिक, मनसे ने सरकार को सोमवार तक निर्णय लेने के लिए अल्टीमेटम दिया था, लेकिन अभी तक किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है.जिसके तहत सभी जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष मोर्चा निकालने का निर्णय लिया गया है. मनसे नेता नांदगांवकर ने कहा है कि मोर्चा निकालने के बाद भी सरकार की तरफ से किसी तरह का निर्णय नहीं लिए जाने के बाद तीब्र आंदोलन की तैयारी की जाएगी.   

जनता के साथ विश्वासघात

लॉकडाउन के दौरान आए बिजली बिल में राहत देने का आश्वासन ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने दिया था. जिस पर लोगों ने विश्वास किया. सरकार का अपने वादे से मुकरना जनता के साथ विश्वासघात है. -देवेंद्र फडणवीस, विरोधी पक्ष नेता, विधानसभा