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वसई. फीस माफी की मांग को लेकर वसई पश्चिम स्थित कार्मेंलाईट स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल के बाहर धरना दिया. इस दौरान भारी संख्या में अभिभावक कोरोना नियमों का पालन करते हुए धरने में शामिल रहे, जो विद्यालय प्रशासन से 30 प्रतिशत तक फीस माफ करने की मांग कर रहे थे. उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण काल में ज्यादातर लोगों की नौकरी छूट गई है. लोग अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे है. ऐसे में विद्यालय प्रशासन अभिभावकों से जबरन फीस वसूल कर रहे है. जिसके कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण शुरू हुए लॉक डॉ उन के कारण ज्यादातर लोगों बेरोजगार होकर घरों में बैठे है. जिससे राहत देने के लिए शिक्षामंत्री द्वारा विद्यालय प्रशासन से फीस में छूट देने तथा अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव न देने का निर्देश दिया है, साथ ही कहा है कि शिकायत मिलने पर विद्यालय के खिलाफ कार्रवाई होगी. जिसके बावजूद कोई भी विद्यालय प्रबन्धन फीस माफ करने को तैयार नहीं है. विद्यालय प्रबंधन की ओर से अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है.

अभिभावक ने विद्यालय प्रबन्धन पर आरोप लगते हुए कहा कि जब वह सरकार के निर्देशों का हवाला देते हुए फीस में छूट करने कि मांग करने लगे तो विद्यालय प्रबंधन की ओर से उनके बैंक एकाउंट, सैलरी स्लिप के साथ ही अन्य कागजात के साथ ही निवेदन पत्र की मांग करने लगे. और जब आज वह सामूहिक रूप से निवेदन देने के लिए विद्यालय पहुंचे तो प्रबंधन उनका निवेदन पत्र लेने को तेयार नहीं हुआ. प्रबंधन का कहना है कि जिसे अर्जी देनी है, वह व्यक्तिगत रूप से अर्जी जमा करें. साथ ही अभिभावकों का कहना है कि पिछले 12 वर्षो से मेरा बच्चा विद्यालय में पढ़ रहा है, प्रबन्धन की ओर से जब जब फीस बढ़ाया गया हमने भरा, लेकिन आज हमारी नौकरी नहीं है, ऐसे में हमने सिर्फ 30 प्रतिशत फीस माफ करने की मांग की ताकि हमें कुछ राहत मिल सके. जो विद्यालय करने को तेयार नहीं है. वहीं दूसरे महिला अभिभावक का कहना है कि हमारी सैलरी से पचास प्रतिशत कम भुगतान हमें मिल रहा है, ऐसे में स्कूल का यह रवैया है, जिसके कारण हमारे पास आत्महत्या करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नजर नहीं आ रहा है.