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    मुंबई. कोरोना महामारी की दूसरी लहर जिसने हाहाकार मचा रखा था अब धीरे-धीरे नियंत्रित होने लगा है। कोरोना मरीजों (Corona Patients) के इलाज को लेकर बनाए गए जंबो कोविड सेंटर (Jumbo Covid Center) में अब ऐसी स्थिति हो गई हैं की कोविड सेंटरों और सेवनहिल अस्पताल (Sevenhill Hospital) के कुल बेड में से मात्र 10 प्रतिशत बेड पर ही मरीज रह गए हैं। 

    इस तरह की जानकारी मनपा अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने दी। उन्होंने कहा कि मनपा इसके बावजूद तीसरी लहर से निपटने के लिए अपनी पूरी तैयारी कर रखी है।

    कई अस्पताल में बेड पड़े खाली

    कोरोना मरीजों के इलाज को लेकर मनपा ने 6 जंबो कोविड सेंटर बनाया था। जिनमें तीन जंबो कोविड सेंटर चक्रवाती तूफान ताऊते के पूर्व ही मरीजों की  संख्या कम होने पर सावधानी बरतते हुए बंद कर दिया गया था, जबकि तीन जंबो कोविड सेंटर गोरेगांव नेस्को और वरली एनएससीआई में अब मात्र 10 प्रतिशत बेड पर मरीज शेष रह गए हैं। मनपा अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि गोरेगांव नेस्को जंबो कोविड सेंटर में कुल 2,221 बेड का अस्पताल बनाया गया है जिसमें मात्र 190 मरीज ही इलाज करा रहे हैं। वरली एनएससीआई में तो मात्र 79 मरीज ही शेष रह गए है, जबकि अंधेरी के सेवनहिल अस्पताल में सबसे अधिक 850 मरीज इलाज करा रहे है। यह अस्पताल 1,750 बेड का है। 

    तीसरी लहर से लड़ने को तैयार 

    मनपा ने दहिसर, बीकेसी, मुलुंड जंबो कोविड सेंटर को पहले ही बंद कर दिया था जिसका मरम्मत करने का काम चल रहा था। मरम्मत कार्य पूरा होने के बावजूद मनपा अब इन कोविड सेंटर को फिलहाल शुरू नहीं करेगी। तीसरी लहर जिसका अंदेशा लगाया जा रहा है उससे निपटने के लिए अपनी पूरी तैयारी पहले ही कर ली है। काकानी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर उस समय इन अस्पतालों को दोबारा शुरू किया जा सकेगा। पिछले साल मार्च महीने में कोरोना महामारी फैलने के बाद मनपा के प्रमुख अस्पतालों सायन, नायर, केईएम, कूपर में कोरोना संक्रमितों के इलाज को लेकर बेड कम पड़ने पर जंबो कोविड सेंटर तैयार किया गया था।