Sharad Pawar

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  • शिवसेना-एनसीपी की भूमिका पर सवाल 
  • कृषि बिल के विरोध पर अकेली पड़ी कांग्रेस ! 

मुंबई. केंद्र की मोदी सरकार के कृषि बिल के विरोध को लेकर शिवसेना और एनसीपी की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इस बिल के विरोध में जिस तरह से कांग्रेसी नेता ज्यादा आक्रमक हैं, वह तेवर शिवसेना और एनसीपी के नेताओं में नजर नहीं आ रहा है.रविवार को कृषि बिल पर राज्यसभा में चर्चा और वोटिंग के दौरान राकांपा अध्यक्ष और सांसद शरद पवार सदन में मौजूद नहीं थे. 

ऐसे में सवाल यह उठ रहे हैं किसानों के हित से जुड़े इतने अहम बिल पर चर्चा के दौरान  महाराष्ट्र के सबसे कद्दावर किसान नेता पवार सदन में मौजूद क्यों नहीं थे. इस बिल का राज्यसभा में जिस तरह कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने पुरजोर विरोध किया, उस भूमिका में एनसीपी और शिवसेना के सांसद नजर नहीं आए. ऐसे में जानकारों का कहना है कि कृषि बिल के कड़े विरोध के मुद्दे पर महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना और एनसीपी के साथ सरकार में शामिल कांग्रेस अकेली नजर आ रही है.