मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) और उपनगरों पर बढ़ते कोरोना (Corona) के कहर के बीच राज्य सरकार द्वारा घोषित मिनी लॉकडाउन (Mini Lockdown) में लोकल यात्रा को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। मुंबई की ‘लाइफलाइन’ (Mumbai Lifeline) कही जाने वाली लोकल ट्रेन (Local Train) 1 फरवरी से आम लोगों के लिए शुरू होते ही जैसे लोगों की जिंदगी पटरी पर आ गई, परंतु इसके साथ कोरोना की भी तेजी से वापसी होने लगी। राज्य सरकार ने फिर से सख्त लॉकडाउन को लेकर दिशा-निर्देश रविवार को जारी किए परंतु लोकल के अलावा लंबी दूरी की गाड़ियों में सीट की क्षमता के अनुसार यात्रियों को यात्रा की परमिशन दी गई है। वैसे मुंबई लोकल में सीट की क्षमता से तीन से चार गुना यात्री पिक अवर में यात्रा करते हैं।
इस समय सबेरे-शाम के साथ दोपहर में भी लोकल ट्रेनों में लॉकडाउन के पहले जैसा नजारा दिखाई दे रहा है। लोकल ट्रेन की सेवाएं आम लोगों के लिए सुबह 7 बजे तक, फिर दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक और रात 9 बजे से सेवा समाप्ति तक उपलब्ध कराई गईं हैं। रविवार को राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश में मुंबई लोकल और अन्य यातायात के साधनों पर रोक नहीं लगाई गई है। बस और लोकल में सीट की क्षमता के अनुसार यात्रियों को बिठाने का निर्देश दिया गया है। इसका पालन लोकल में कैसे होगा इस पर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दिया गया है।
मास्क न पहनने वाले यात्रियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रविवार की देर शाम तक राज्य सरकार की ओर से लोकल को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार वैसे भी निजी कार्यालय बंद करने का निर्देश दिया है, तो लोकल की भीड़ कम होगी। लोकल ट्रेन में यात्रियों को सावधान करते हुए मास्क पहनने की अपील की जा रही है,परंतु भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है। मध्य और पश्चिम रेलवे के अनुसार, बीएमसी के सहयोग से मास्क न पहनने वाले यात्रियों के खिलाफ रोजाना कार्रवाई की जा रही है। मध्य और पश्चिम रेलवे पर बिना मास्क वाले यात्रियों से अब तक 25 लाख रुपए से ज्यादा की दंडात्मक वसूली बीएमसी की मदद से की गई है।
सोमवार से कम होंगे यात्री
निजी कार्यलयों को वर्क फ्रॉम होम, स्कूल कॉलेज और अन्य निजी प्रतिष्ठान बंद किए जाने व सरकारी कार्यालय में 50 प्रतिशत की उपस्थिति का निर्देश दिए जाने के बाद लोकल की भीड़ कम होगी। बताया गया कि अब तक मध्य व पश्चिम रेलवे की लोकल से रोजाना 45 से 50 लाख लोग यात्रा कर रहे हैं। शर्तों के अनुसार सभी के लिए मुम्बई उपनगर नेटवर्क पर 2,985 लोकल ट्रेन चल रही हैं , जो कुल सेवाओं का करीब 95 प्रतिशत है। बताया गया कि राज्य सरकार की नई गाइडलाइन के बाद सोमवार से लोकल में यात्रियों की संख्या कम होगी। लॉकडाउन से पहले सामान्य दिनों में मध्य रेलवे रोजाना 1,774 सेवाओं, जबकि पश्चिमी रेलवे 1,367 सर्विस का संचालन करती थी।