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    मुंबई. मुंबई (Mumbai) में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) लगातार बढ़ रहा है। एक्टिव मरीजों (Active Patients) की संख्या 88 हजार के करीब है। अस्पतालों के बेड फुल (Bed Full) हो चुके हैं। कर्फ्यू के बाद भी कोरोना नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive)हैं उनमें लक्षण नहीं दिखाई दे रहा है। वे संक्रमण की जानकारी छुपा रहे हैं। इससे बीएमसी (BMC) की परेशानी बढ़ गई है। पॉजिटिव होने के बाद एंबुलेंस की सेवा नहीं मिलने पर लोकल, बस, टैक्सी और ऑटो से अस्पताल जा रहे हैं। इससे समूह संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। 

    मझगांव में एक ऐसे ही मामला सामने आया है। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में मजदूरों की कोरोना जांच की गई थी। पॉजिटिव आने के बाद ठेकेदार ने मरीजों को टैक्सी में भायखला स्थित रिचर्डसन एंड क्रूडास जंबो केयर सेंटर में भेज दिया। इसी तरह कोरोना संक्रमित होने के बाद लोग सार्वजनिक यातायात के साधनों का इस्तेमाल कर कोविड सेंटरों में जा रहे हैं। 

    पॉजिटिव आने के बाद सार्वजनिक वाहनों का उपयोग न करें

    बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि पॉजिटिव आने के बाद सार्वजनिक वाहनों का उपयोग न करें। लेकिन सार्वजनिक वाहनों में लोग बेरोकटोक आ जा रहे हैं। इससे  कोरोना की चेन ब्रेक होने के बजाय और लंबी होती जा रही है।