पावर बैकअप ने बचा लिया कोविड अस्पतालों को

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मुंबई. मुंबई में बिजली गुल हो जाने से अचानक हड़कंप मच गया. हालांकि इसका असर बीएमसी के अस्पतालों और कोविड सेंटरों पर नहीं पड़ा. अस्पतालों में पावर बैकअप के जरिए बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकी. बिजली गुल होने से कोरोना मरीजों और अन्य मरीजों को कोई परेशानी नहीं हुई. बीएमसी ने कोविड सेंटर और अस्पतालों में ऑटोमेटिक जेनरेटर की सुविधा लगा रखी है. बीएमसी कमिश्नर आई एस चहल ने कहा कि बीएमसी अस्पताल और कोविड सेंटर में ऐसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 6 से 8 घंटे का बैकअप प्लान की तैयारी पहले से मौजूद थी, जिससे पावर कट होने के बावजूद कोई फर्क नहीं पड़ा. बीएमसी के कस्तूरबा, नायर, केईएम, और कूपर सहित अन्य अस्पतालों में जेनरेटर की सुविधा पहले से ही है, जिसका उपयोग इमरजेंसी में किया जाता है. 

कमिश्नर चहल ने कहा कि बीएमसी अस्पतालों ही नहीं, बल्कि प्राइवेट अस्पतालों को भी आवश्यकता के अनुसार मदद करने के लिए बीएमसी के पास संसाधन मौजूद हैं. मुंबई में बिजली आपूर्ति बाधित होते ही कमिश्नर और अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने सभी 24 वार्डों में तत्काल संपर्क कर कोविड सेंटर और अस्पतालों में बिजली सेवा की स्थिति का जायजा लिया. साथ ही घनकचरा व्यवस्थापन विभाग को संभावित खतरे को देखते हुए सभी विभागों में डीजल की पर्याप्त आपूर्ति का निर्देश दिया. सभी को निर्देश दिया गया था हर आधे घंटे बाद अपनी रिपोर्ट डिजास्टर कंट्रोल रुम में तैनात अधिकारियों को देते रहें. 

जायजा लेने बीकेसी कोविड सेंटर पहुंची महापौर

बिजली सप्लाई बाधित होने कोई विपरीत असर बीकेसी में बने कोविड सेंटर के मरीजों पर तो नहीं पड़ रहा है, इसका जायजा महापौर किशोरी पेडणेकर ने स्वयं वहां पहुंचकर लिया. उन्होंने बीएमसी के सभी अस्पतालों और कोविड सेंटर के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए स्थिति की जानकारी ली. 

मंगलवार को पानी आपूर्ति पर असर

बिजली सप्लाई के ठप होने के कारण भांडुप स्थित जलशुद्धिकरण केंद्र के काम पर पड़ा है, जिसका आंशिक असर कुछ क्षेत्रों में पानी आपूर्ति पर पड़ने की जानकारी बीएमसी ने दी है. सोमवार को कुछ इलाकों में पानी आपूर्ति नहीं हो सकी. मंगलवार को भी सुबह जिन इलाकों में पानी सप्लाई होता है वहां आपूर्ति नहीं हो सकेगी. मंगलवार दोपहर के बाद सभी विभागों में पानी की आपूर्ति सामान्य हो जाएगी.