mumbai local train
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  • राज्य सरकार और रेलवे पर बढ़ रहा दबाव

मुंबई. कोरोना संक्रमण के बीच अनलॉक के बाद मुंबई लोकल को भी आम लोगों के लिए शुरू किए जाने का दबाव बढ़ता जा रहा है. साढ़े पांच महीनों से ज्यादा समय से आम लोगों के लिए मुंबई लोकल ठप है. कुछ शर्तों के साथ राज्य सरकार के अनलॉक की घोषणा के बाद मुंबई और उपनगरों में हर जगह भीड़ बेकाबू हो रही है.ऐसी स्थिति में मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों को आम यात्रियों के लिए शुरू किए जाने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर माथापच्ची जारी है. अनलॉक की घोषणा के साथ ही मुंबई-एमएमआर में कोरोना संक्रमण बढ़ने से भी सरकार के समक्ष चुनौती आ रही है.

लोकल पर राज्य सरकार लेगी निर्णय

रेल प्रशासन का कहना है कि आम लोगों के लिए लोकल चलाने का निर्णय राज्य सरकार को ही लेना है. बताया गया कि राज्य सरकार द्वारा गठित कोविड-19 टास्क फोर्स की बैठक में भी मुंबई लोकल शुरू किए जाने के मुद्दे पर चर्चा हुई है. प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आम यात्रियों के लिए जल्द लोकल शुरू किए जाने की संभावना को लेकर आवश्यक तैयारियों का निर्देश अधिकारियों को दिया है. सीएम ने इस मामले में रेल प्रशासन से समन्वय साध कर काम करने को कहा है.

नियमित लोकल चलाने के लिए भी रेलवे तैयार

दूसरी तरफ रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अत्यावश्यक कर्मचारियों के लिए जिस तरह 700 विशेष लोकल रोजाना चलाई जा रही है,उसी तरह नियमित लोकल चलाने के लिए भी रेलवे तैयार है, परंतु सोशल डिस्टेंसिंग, स्टेशनों के बाहर होने वाली भीड़ आदि सुरक्षा के मुद्दों पर राज्य सरकार को तैयारी करनी होगी. पिछले सप्ताह मध्य रेल मुंबई मंडल के डीआरएम शलभ गोयल ने भी कहा था कि आम लोगों के लिए लोकल चलाने की तैयारी है, लेकिन निर्णय राज्य सरकार को ही लेना होगा.पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से कोई दिशा निर्देश आने पर ही आम लोगों के लिए लोकल शुरू की जा सकती है.

गंभीरतापूर्वक विचार

मुंबई व उपनगरों में भारी भीड़ को देखते हुए राज्य सरकार भी कुछ सुरक्षा मापदंडों का पालन करते हुए आम लोगों के लिए लोकल सेवा शुरू किए जाने को लेकर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है. बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी लोकल शुरू किए जाने को लेकर राज्य सरकार से सवाल किया है.

बिना ‘लाइफलाइन’ मुंबई नहीं चल पाएगी

अनलॉक के बाद मुंबई में ज्यादातर ऑफिस, व्यवसायिक प्रतिष्ठान आदि खुलने से आवागमन की समस्या बढ़ गई है. यात्री संगठनों का भी मानना है कि मुंबई में यातायात का मुख्य साधन लोकल,मेट्रो नहीं शुरू हुई तो लाखों लोगों की समस्या बढ़ जाएगी. एसटी,बेस्ट और अन्य सार्वजनिक वाहन अपूरे पड़ रहे हैं.रेल प्रवासी संघ के मनोहर शेलार का मानना है कि मुंबई में लोकल के अलावा दूसरा कोई आसान विकल्प नहीं है. कई कामकाजी यात्रियों का कहना है कि बिना ‘लाइफलाइन’ मुंबई नहीं चल पाएगी.