Vaccination
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    मुंबई. पश्चिम उपनगर के कांदिवली (Kandivali) की एक सोसायटी में किए गए फर्जी टीकाकरण (Vaccination) पर बीएमसी उपायुक्त विश्वास शंकरवार ने अपनी रिपोर्ट (Report) बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी (Suresh Kakani) को सौंप दी है। 

    रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएमसी की अनुमति लिए बिना सोसायटी के 390 सदस्यों का अवैध रूप से फर्जी टीकाकरण (Fake Vaccination) किया गया। टीका लेने वाले प्रति सदस्य से 1260 रुपये के हिसाब से 4 लाख 56 हजार रुपये वसूले गये। फर्जी टीकाकरण को लेकर कांदिवली पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 

    390 लोगों का किया था टीकाकरण 

    पश्चिम उपनगर के कांदिवली (प.) स्थित हिरानंदानी हेरिटेज क्लब सोसायटी के 390 निवासियों को 30 मई को टीका लगाया गया था। टीका लगाने वाली टीम के पास लैपटॉप सहित कोई साधन नहीं था। टीका लेने वाले सदस्यों को अलग-अलग अस्पतालों के प्रमाणपत्र दिए गए। इन सबसे संदेह उत्पन्न होने निवासियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। 

    अस्पताल की कोई जिम्मेदारी नहीं 

    फर्जी टीकाकरण को लेकर काकानी ने जोन-7 बीएमसी उपायुक्त विश्वास शंकरवार को 48 घंटे के भीतर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था। शंकरवार ने अपनी रिपोर्ट बीएमसी प्रशासन को सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार 390 नागरिकों को टीका लगाया गया जिसमें से 120 को टीका लगाने का प्रमाणपत्र दिया गया था। यह प्रमाणपत्र तीन अलग-अलग अस्पतालों के नाम पर था। इन अस्पतालों से पता करने पर संबंधित आरोपितों ने किसी भी अस्पताल से कोई अनुबंध नहीं किया था। अस्पतालों ने कहा कि इस टीकाकरण से उनका कोई संबंध नहीं है। 

    पूरा अभियान हाई था फर्जी

    गृहनिर्माण सोसायटी ने भी बीएमसी की तरफ से 7 मई को टीकाकरण को लेकर जारी किए गए गाइड लाइन का पालन नहीं किया। टीकाकरण आयोजन के संदर्भ में अनुमति नहीं ली गई थी। टीकाकरण का पूरा अभियान फर्जी तरीके से किए जाने का खुलासा हुआ है। इतना ही नहीं टीके का प्रमाणपत्र देने के लिए यूजर आईडी, पासवर्ड चोरी कर नकली प्रमाणपत्र वितरित किए गए। संबंधित वैक्सीन भी अवैध रूप से प्राप्त की गई थी। बीएमसी का कहना है कि कांदिवली पुलिस ने आईपीसी एवं सूचना तकनीक कानून के अंतर्गत दर्ज किया है। अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। कांदिवली पुलिस आगे की जांच कर रही है।