जांच पर लगी बंदिश खत्म, नहीं होगी प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत

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  • बीएमसी आयुक्त चहल का बड़ा फैसला

मुंबई. कोरोना टेस्ट के लिए डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है. जांच को लेकर बीएमसी की तरफ से  प्रिस्क्रिप्शन की बंदिश लगाई गई थी जिसे बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने खत्म करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय कल से लागू होगा. अब मरीज अपनी सुविधा के अनुसार निजी लैब अथवा कहीं भी जांच करा सकते हैं.

कोरोना जांच पर डॉक्टर्स के प्रिस्क्रिप्शन को अनिवार्य किए जाने को लेकर विवाद पैदा हो गया था. घाटकोपर में डॉक्टर पर जांच करने की पाबंदी लगाने को लेकर बीजेपी ने तीव्र नाराजगी जताई थी. कल से जांच के लिए अस्पताल जाने में असमर्थ व्यक्ति अथवा मरीजों को घर पर जांच कराने की छूट मिल गई है. निजी लैब मरीजों का घर से सेंपल जमा कर सकते हैं.  केंद्र सरकार ने ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करने के लिए कहा है जिसके बाद यह कदम उठाया गया है. 

मिशन यूनिवर्सिल  टेस्टिंग का ही एक भाग 

बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा कि यह मिशन यूनिवर्सिल टेस्टिंग का ही एक भाग है जिसे कुछ दिन पहले लांच किया गया है. महाराष्ट्र देश का पहला राज्य है जहां यह सिस्टम लागू किया गया है. बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि पृथक्करण केंद्र में रखे गए मरीजों के सीधे संपर्क में आने वाले व्यक्तियों का भी घर जाने से पहले जांच की जाएगी. इससे कोरोना का लक्षण नहीं होने पर भी व्यक्ति का जांच संभव हो सकेगी. इससे कोरोना के प्रसार का खतरा भी टल जाएगा. 

मरीज पर पाबंदी नहीं होनी चाहिए थी

मेडिकल कंसल्टेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. दीपक वैद्य  घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल में चलाए जा रहे इस स्कीम कोविड यूनिट को हैंडल करेंगे. डॉ. वैद्य ने कहा कि जांच को लेकर सरकार की तरफ से बार-बार निकाले जा रहे नोटिफिकेशन से संभ्रम पैदा हो गया था. डॉक्टरों के लाइसेंस सस्पेंड करना, एफआईआर दर्ज करवाने, ई प्रिस्क्रिप्शन मांगने पर रोक लग जाएगी. जो सच में मरीज हैं पूर्व के निर्णय के कारण अप्वाइंटमेंट लेने और जांच में विलंब होता था. मरीज पर यह पाबंदी नहीं होनी चाहिए थी कि किससे संपर्क करें और कहां जांच कराएं. होम टेस्टिंग को भी और सरल बनाने की जरूरत है. 

मुंबई में घट रही मरीजों की संख्या

मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आने लगी है. मंगलवार को कोरोना के 785 नये मरीज मिले, जबकि 64 मरीजों की मौत हो गई. इसी के साथ मुंबई में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ कर 5002 हो गया. कोरोना मरीजों की कुल संख्या 86,509 हो गई है. अब तक 58, 137 मरीज इस महामारी से ठीक हो चुके हैं.