आरपीएफ टीम ने नाबालिगों को परिवार से मिलाया

Loading

मुंबई. नाबालिग बच्चों को उनके परिवार से मिलाने में आरपीएफ कल्याण व एलटीटी की टीम को सफलता मिली है. कल्याण आरपीएफ कॉन्स्टेबल नीतू रावत एमएसएफ महेश वलवी के साथ नियमित गश्त पर थीं. उन्हें कल्याण स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4-5 पर एक 8 साल का नाबालिग लड़का बदहवासी की हालत में दिखा.

सहायक उप निरीक्षक अशोक साहू ने पूछताछ की तो पता चला कि उसकी मां सुमन देवी है जो गाड़ी संख्या 02142 से बिहार से आई और उसका बच्चा कल्याण स्टेशन पर खो गया. पता लगने पर नाबालिग की मां कल्याण आरपीएफ के पास आई. बच्चे को चाइल्ड लाइन टीम की मौजूदगी में आवश्यक दस्तावेज और पहचान के बाद उसकी मां को सौंप दिया गया. 

घर से भाग कर आई थी एलटीटी

एक अन्य मामले में एलटीटी में सब इंस्पेक्टर  जी.के. राय, कॉन्स्टेबल बी पाटीदार, अंजू कुमारी के साथ  एलटीटी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर एक नाबालिग लड़की को अकेले घूमते देखा.  पूछताछ में लड़की ने अपना नाम मस्तारा खातुन बालाघाट जिला- मालदा, पश्चिम बंगाल की रहने वाली बताते हुए खुलासा किया कि वह परिवार के साथ झगड़े के कारण घर से भाग कर ट्रेन से एलटीटी स्टेशन आ गई. जी.के. राय ने उसके परिवार को मोबाइल पर फोन किया जो उसकी पोशाक पर लिखा हुआ था, जहां उसके पिता ने खुलासा किया कि वह घर से भाग गई है और अभी भी लापता है. इसके बाद एसआईपीएफ जी.के. राय ने पल्वी चाइल्ड केयर लाइन को  सूचना दी. उचित दस्तावेज और चिकित्सा के बाद उसे मानखुर्द के बाल गृह कल्याण नागरी को सौंप दिया गया.