Many health officials quit or were fired in the midst of a global epidemic

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मुंबई. बीएमसी ने एनएससीआई, बीकेसी, मुलुंड, नेस्को गोरेगांव और दहिसर कोविड केयर सेंटरों में भर्ती किए गए कोरोना मरीजों के लिए निजी विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा लेने का फैसला किया है. यह सेवाएं वाह्यसेवा के तहत ली जाएंगी. इन पांच केंद्रों पर 612 आईसीयू बेड के लिए बाहरी डाँक्टर, नर्स, वार्ड ब्वाय की सेवा लेगी , जबकि सभी अन्य सुविधाएं, दवाओं की सप्लाई बीएमसी उपलब्ध कराएगी.

बीएमसी का कहना है कि जन सहभागिता के सहयोग से उपाय योजनाओं के कारण कोरोना नियंत्रित हो रहा है. मरीजों के उपचार में नवीनता लाने से स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता बढ़ी है. इसी को आगे बढ़ाते हुए पांच कोविड सेंटरों पर डॉक्टर्स की आउटसोर्सिंग की जा रही है.

आईसीयू बेडों को बढ़ाया गया

कोविड सेंटरों में ऑक्सीजन की आपूर्ति और आईसीयू बेडों को बढ़ाया गया है. नेशनल स्पोर्टस् क्लब ऑफ इंडिया वर्ली में 50, बीकेसी में 112, नेस्को में 250, मुलुंड मेंं 100 और दहिसर में 100 को मिलाकर 612 आईसीयू बेड कोरोना मरीजों के उपचार के लिए तैयार किए गए हैं.   मनपा के  निदेशक  (वैद्यकीय शिक्षा व प्रमुख अस्पताल) की तरफ से निश्चित किए गए  10 आईसीयू बेड के लिए 1 वरिष्ठ चिकित्सा सलाहकार (सीनियर कन्सल्टेंटट), 1 सहायक चिकित्सा सलाहकार  (असोसिएट कन्सल्टेंट), 6   (रेसिडेंटट मेडिकल ऑफिसर्स), 10 नर्सेस,  8  सहायक (मल्टी पर्पज वर्कर्स), 2 टेक्निशियन की आवश्यकता है.  इस कमी को पहले ही दूर करने के लिए, कारपोरेट अस्पताल, निजी अस्पतालों के चिकित्सा विशेषज्ञों का आवेदन मंगाया गया है. वाह्यसेवा 6 महीने के लिए होगी.