दरेकर, लाड सहित सहित कई नेताओं ने की सिद्धिविनायक मंदिर में घुसने की कोशिश

  • धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए भाजपा का हमला
  • पुलिस से झड़प, हिरासत में लिए गए नेता और कार्यकर्ता

Loading

मुंबई. मंदिर और धार्मिक स्थलों को खुलवाने की मांग को लेकर बीजेपी की तरफ से मंगलवार को राज्यव्यापी आंदोलन किया गया. इसी कड़ी में मुंबई में पार्टी की तरफ से सिद्धिविनायक मंदिर के समक्ष अनशन किया जाना था, लेकिन आंदोलनकारियों की भीड़ अधिक हो जाने के कारण पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. कोविड गाइडलाइन की परवाह ना करते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं की भीड़ ने मोर्चा निकला और नारे लगाए. विधानपरिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर, विधानपरिषद सदस्य प्रसाद लाड सहित अन्य ने मंदिर में घुसने का प्रयास किया.

 बीजेपी आध्यात्मिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आचार्य तुषार भोसले ने मंदिर और धार्मिक स्थलों को खोलने की मांग को लेकर राज्य व्यापी आंदोलन की घोषणा की थी, जिसका समर्थन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने किया. उन्होंने शिर्डी में आंदोलन का नेतृत्व भी किया. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के निर्देश पर मुंबई में प्रवीण दरेकर और प्रसाद लाड के नेतृत्व में आंदोलन किया गया. दोपहर के समय पार्टी कार्यकर्ताओं की फौज ‘मदिरा चालू मंदिर बंद, उद्धवा तुझा कारभारच धुंद’ का नारा लगाया और उद्धव सरकार से मंदिर खोलने का दबाव बनाया.

पुलिस ने जाने से रोका

विधानपरिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर में घुसने का प्रयास किया. हालांकि पुलिस ने सभी को मंदिर में जाने से रोक दिया. इस अवसर पर दरेकर ने कहा कि सरकार हमें मंदिर में जाने की अनुमति नहीं देगी, तब भी हम जाएंगे, और भगवान से कहेंगे कि कोरोना को भगाओ. आंदोलन में पार्टी पदाधिकारी सुनीता सुमन सिंह, नगरसेविका शीतल गंभीर, नेहल शाह, कृष्णा वेन्नी रेड्डी, जिला उपाध्यक्ष संदीप सिंह धाम सहित अन्य लोग मौजूद थे.

जानबूझ कर देरी कर रही 

गौरतलब है कि मंदिर सहित विभिन्न आध्यात्मिक संस्थान को श्रद्धालुओं के लिए खुलवाने के उद्देश्य मुम्बई भाजपा अध्यक्ष मंगलप्रभात लोढ़ा के नेतृत्व में विभिन्न धार्मिक संगठनों के धर्मगुरू, संत, महामंडलेश्वर आदि के एक प्रतिनिधि मंड़ल ने इसी माह की पहली तारीख को राज्यपाल भगतसिंग कोश्यारी जी से मिलकर मंदिर खुलवाने का आग्रह किया था. बीजेपी का आरोप है कि इन सब के बावजूद उद्धव सरकार मंदिर सहित विभिन्न आध्यात्मिक संस्थान खुलवाने और श्रद्धालुओं की भावना समझने में जानबूझ कर देरी कर रही है.

गोरेगांव में विद्या ठाकुर के नेतृत्व में आंदोलन

गोरेगांव स्थित अंबामाता मंदिर के समक्ष बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री विद्या जयप्रकाश ठाकुर के नेतृत्व में मंदिर और धार्मिक स्थलों को खोले जाने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया. विद्या ठाकुर ने कहा कि मंदिरों से तमाम लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है. सरकार ने बियर बार को खोलने की अनुमति दी है, लेकिन मंदिर और धार्मिक स्थलों को बंद रखा है. आंदोलन में पूर्व उप महापौर दिलीप पटेल, नगरसेवक दीपक ठाकुर, संदीप पटेल, श्रीकला पिल्लई, हर्ष पटेल सहित अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे.

सायन कोलीवाड़ा के हनुमान मंदिर के समक्ष अनशन

सायन कोलीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत हरिमंदिर और हनुमान मंदिर के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने अनशन और विरोध प्रदर्शन किया. विधायक कैप्टन तमिल सेल्वन ने कहा कि राज्य सरकार नींद में है जिसे जगाना जरुरी है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मिशन बिगिन अगेन के तहत बियर बार को खोलने की अनुमति दी है, लेकिन मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च सहित अन्य धार्मिक स्थलों को बंद रखा है. कोरोना संकट की वजह से लोग व्यथित हैं. धार्मिक स्थलों में मानसिक आधार मिल सकता है, लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं है.