मुंबई. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी की मेट्रो लाइन 2 ए और 7 पर धानुकरवाड़ी व आरे के बीच 20 किमी लंबे सेक्शन पर ट्रायल रन शुरू हो गया है। इस मार्ग पर स्टेशनों का निर्माण स्लो गति से हो रहा है। एमएमआरडीए के अधिकारियों के अनुसार, यदि कोरोना की तीसरी लहर आयी तो समस्या बढ़ जाएगी।
उल्लेखनीय है कि आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास के मार्गदर्शन में काम में काम में कुछ तेजी आई है। प्रोटोटाइप मेट्रो रेक का डायनेमिक परीक्षण भी शुरू किया गया है। अकुर्ली स्टेशन,जहां से इस मेट्रो ट्रेन को ट्रायल रन के लिए हरी झंडी दिखाई गई थी, वह लगभग तैयार हो चुका है परंतु मेट्रो -7 एवं मेट्रो -2 ए दोनों को कवर करने वाले 20 किलोमीटर के हिस्से पर पड़ने वाले अन्य मेट्रो स्टेशन तैयार नहीं हैं और बाहर से उनका ढांचा ही दिखाई देता है।
कई स्टेशनों पर अभी तक एस्केलेटर नहीं लगा
एमएमआरडीए ने दावा किया है कि मेट्रो -7 और 2 ए के चारकोप-दहिसर-आरे तक 20 किमी का हिस्सा साल अक्टूबर से यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। एमएमआरडीए अधिकारियों के अनुसार कामराज नगर से दहिसर तक लाइन 2 ए के फेज-1 को 30 नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है, जबकि लाइन 7 के फेज-1 में पड़ने वाले ओवरीपाड़ा से आरे के स्टेशनों को 30 अक्टूबर तक पूरा करने की योजना है। बताया गया कि लाइन 2 ए के कामराज नगर-दहिसर खंड पर कार्य 85 प्रतिशत पूर्ण हैं। इसी तरह ओवरीपाड़ा से लाइन 7 के आरे तक के 9 स्टेशनों पर लगभग 75 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है। कई स्टेशनों पर अभी तक एस्केलेटर नहीं लगा है। लाइन-2 ए का दूसरा चरण चारकोप से डीएन नगर तक शेष 8 स्टेशनों पर 31 मार्च 2022 तक और 4 स्टेशनों को आरे से गुंदवली (अंधेरी) तक 31 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। गुंदवली स्टेशन पर सिविल स्ट्रक्चरल काम पूरे हो चुके हैं।
लॉकडाउन का असर
उल्लेखनीय है कि कोविड में लॉकडाउन के चलते काम प्रभावित हुआ। मेट्रो के लिए इटली, जापान, दक्षिण कोरिया और जर्मनी से प्रोटोटाइप ट्रेन के संचालन के लिए तकनीकी मदद मिलने में देरी हुई है। उड़ान बाधित होने के कारण लगभग एक वर्ष तक डेमार्क, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, फिनलैंड, स्पेन के विशेषज्ञों की सिग्नलिंग और दूरसंचार तकनीक की उपलब्धता संभव नहीं थी।
2 माह जारी रहेगा ट्रायल रन
अब भी कोरोना की तीसरी लहर का साया मंडरा रहा है। मुंबई में यदि फिर से लॉकडाउन की स्थिति आती है, तो समय पर मेट्रो स्टेशन के काम नहीं हो पाएंगे। अक्टूबर आने में 4 माह शेष बचे हैं। इस दौरान ट्रायल रन के साथ मेट्रो स्टेशनों के बचे हुए काम को समय पर पूरा करना एमएमआरडीए के लिए एक चुनौती है। हालांकि आयुक्त डेली बेस पर कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। बताया गया कि ट्रायल रन लगभग दो महीने तक जारी रहेगा और उसके बाद ही भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड द्वारा निर्मित पहली प्रोटोटाइप ट्रेन सुरक्षा परीक्षण के लिए आरडीएसओ को पेश की जाएगी, जिसमें दो महीने और लगेंगे। इसके बाद ट्रेन को निरीक्षण और प्रमाणन के लिए आयुक्त रेलवे सुरक्षा (सीआरएस) के पास भेजा जाएगा। सितंबर 2021 के अंत तक कुल 10 ट्रेन सेट (हर महीने दो) दिए जाएंगे। एमएमआरडीए ने मेट्रो 2 ए के लिए 3,525 करोड़ रुपये और मेट्रो 7 के लिए 2,410 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। यदि कोरोना की तीसरी लहर न आयी तो पहले चरण में इस सेक्शन पर संचालन अक्टूबर 2021 में सभी यात्री सुविधाओं जैसे लिफ्ट, एस्केलेटर, एएफसी गेट आदि सुविधाओं के साथ शुरू करने का लक्ष्य है।