अहमदनगर में शिवसेना होगी मजबूत, उद्धव ने मंत्री गडाख के हाथ में बांधा शिवबंधन

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पूर्व मंत्री अनिल राठोड की कमी होगी पूरी

मुंबई.महाविकास आघाड़ी के अंदर खटपट की आवाजों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सरकार के साथ ही पार्टी संगठन को भी मजबूत बनाने में जुटे हैं. ठाकरे उन जिलों में अधिक ध्यान दे रहे हैं, जहां शिवसेना कमजोर है.इसी के तहत मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को जलसंधारण मंत्री शंकरराव गडाख के हाथों में शिवबंधन बांध कर उन्हें अहमदनगर जिले की जिम्मेदारी सौंप दी.

 अहमदनगर जिले में विधानसभा की कुल 12 सीटें हैं. पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ गठजोड़ के बावजूद शिवसेना खाता नहीं खोल पायी थी. जिले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का दबदबा है. कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले कद्दावर नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात इसी जिले से हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 6,बीजेपी के 3,कांग्रेस के 2 एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार शंकर गडाख निर्वाचित हुए थे. शिवसेना के कद्दावर नेता और 25 सालों तक विधानसभा में क्षेत्र का प्रतिधिनित्व करने वाले पूर्व मंत्री अनिल राठोड़ की कोरोना की वजह से मौत के बाद शिवसेना और कमजोर हो गई थी. 

मिलिंद नार्वेकर का प्रयास रहा सफल

अहमदनगर जिले में शिवसेना की खोई ताकत फिर से प्राप्त करने और संगठन को मजबूत बनाने को लेकर शिवसेना सचिव मिलिंद नार्वेकर ने मंत्री गडाख को पार्टी में शामिल करने का प्रयास शुरु किया और इस काम में वे सफल साबित हुए. अब गडाख अहमदनगर जिले में शिवसेना संगठन का नेतृत्व करेंगे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने आवास वर्षा में गडाख को शिवसेना में शामिल करने की रश्मअदायगी की.इस अवसर पर शिवसेना सचिव मिलिंद नार्वेकर मौजूद थे. 

राजनीति के गलियारे में तर्क वितर्क भी शुरु 

शंकरराव गडाख के शिवसेना में शामिल होने के साथ राजनीति के गलियारे में तर्क वितर्क भी शुरु हो गया है. अहमदनगर जिले के नेवासा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले गडाख को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का समर्थन मिला हुआ था. चुनाव के बाद उन्होंने शिवसेना को समर्थन दिया, जिसकी वजह से उन्हें कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई थी.