मुंबई. लॉकडाउन (Lockdown) के कारण आम यात्रियों के लिए लाल परी मतलब एसटी महामंडल (ST Mahamandal) की बसें सेवा देने दौड़ी चली आईं थी। सोमवार से लालपरी की सेवा समाप्त हो गई जिस कारण से मुंबई (Mumbai) के यात्रियों को बेस्ट (BEST) की बसों में सफर करने के लिए लटकने की नौबत आ गई है। दिन भर बेस्ट की 3,114 बसें रास्तों पर दौड़ती रही।
मार्च 2020 में मुंबई में कोरोना संक्रमण शुरु हुआ था। तब से कभी लॉकडाउन तो कभी अनलॉक की प्रक्रिया शुरु है। कठोर प्रतिबंधों के लागू होते ही आम जनता के लिए बेस्ट की सेवा बंद कर दी गई थी। जिससे अत्यावश्यक सेवा में लगे कोरोना योद्धाओं को ढ़ोने की पूरी जिम्मेदारी बेस्ट पर आ गई थी। बेस्ट को सहायता देने के लिए एसटी की एक हजार बसें यात्रियों को सेवा देने मुंबई में दाखिल हुई थी। लालपरी की सेवा के बदले बीएमसी ने एसटी महामंडल को लगभग एक हजार करोड़ रुपये अदा किये थे।
सोमवार को लगा पहला झटका
बेस्ट परिवहन की तीन हजार बसों के साथ एसटी की एक हजार बसें चल रही थी। कोरोना प्रतिबंधों के चलते अब भी लोकल बंद है। अब बेस्ट ही यात्रियों के लिए एक मात्र आधार है। प्रतिबंधों में थोड़ी ढ़ील देने से सार्वजनिक स्थानों पर यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। मुंबईकरों को अब भी बसों की जरूरत रहते हुए भी एसटी महामंडल ने अपनी बसों को वापस बुला लिया है। रविवार को वापसी की घोषणा से सोमवार को पहला झटका लगा। बेस्ट बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ गई। यात्रियों को बसों में लटक कर सफर करना पड़ रहा है। कार्यालयों में 50 उपस्थित की छूट दी गई है। बेस्ट स्टाप पर यात्री बस की प्रतीक्षा करते दिखे।
बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले
पिछले सप्ताह प्रतिबंध में ढ़ील देने के बाद बेस्ट बसों की 100 प्रतिशत क्षमता के साथ रास्तों पर दौड़ रही हैं। बसों की संख्या कम होने से यात्रियों का बुरा हाल हो रहा है। बसों में स्टैंडिंग यात्रियों की मनाही है, लेकिन बसें खचाखच भर कर चल रही हैं। इससे कोरोना के मामले बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।