सोसायटियों में उड़ रही सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां

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  • कंटेनमेंट जोन में भी खुलेआम घूम रहे लोग 

मुंबई. मुंबई का अंधेरी पूर्व ऐसा इलाका है जहां वर्तमान में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. यहां सबसे ज्यादा मरीज इमारतों में मिल रहे हैं फिर भी इन सोसायटियों को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया है.जिन इमारतों में कोरोना मरीज मिल रहे हैं उन सोसायटियों में न तो कंटेनमेंट का बैनर लगा है और न ही किसी नियम का पालन हो रहा है. आराम पसंद लोगों का खाना बनाने वाली दाइयों से मोह नहीं छूट रहा है. कोरोना मरीज मिलने के बाद भी दाई, धोबी और विजिटर्स का आना बंद नहीं किया जा रहा है. परिणाम स्वरुप कोरोना मरीजों की संख्या में के पूर्व वार्ड पूरे मुंबई में सबसे टॉप पर चल रहा है.

के पूर्व वार्ड में सर्वाधिक 789 इमारतें सील

के पूर्व वार्ड की सर्वाधिक 789 इमारतों को सील किया गया है जिसमें 69,112 लोग रहते हैं, लेकिन यह सिर्फ दिखाने के लिए है. दर असल सील की गई इमारतों में लोग बेरोक-टोक आ-जा रहे हैं. इस वार्ड के झोपड़पट्टियों में भी 41 कंटेनमेंट जोन हैं जिसमें लगभग 1,15,554 लोग रहते हैं. वार्ड के 2 लाख निवासी कोरोना को लेकर हाई रिस्क जोन में हैं. यहां के लोग ‘कोरोना से क्या डरना’ की नीति पर चल रहे हैं. कई सोसायटियों में गेट पर लगाए गए कंटेनमेंट जोन के बैनर ही गायब कर दिए हैं. 

गाइड लाइन का पालन नहीं कर रहे लोग

अंधेरी पूर्व की ही ऐसी ही एक सोसायटी है, विशाल अपार्टमेंट. यहां के 9 विंग में लगभग 200 फ्लैट हैं. पिछले 4 दिन में यहां की 3 इमारतों में कोरोना के 22 मरीज मिल चुके हैं, लेकिन यहां के लोग कोरोना नियंत्रित करने के लिए बीएमसी की किसी भी गाइड लाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. 

स्थिति बद से बदतर होती जा रही 

इसी सोसायटी में रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता पृथ्वीराज मस्के का कहना है कि स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. यह क्षेत्र सबसे बड़ा कोविड-19  हॉट स्पाट में बदल गया है. यहां के घरों में  रोजाना 40 से 50 हाउस मेड स्लम इलाके से काम के लिए आती हैं.  हाऊस मेड को मना करने पर कहती हैं कि वे नहीं आएंगी तो उन्हें पगार नहीं मिलेगी. वे एक सोसायटी से दूसरी सोसायटियों में भी जाती हैं जिस कारण से कोरोना लगातार फैल रहा है. सोसायटी में 100 से 250 विजिटर्स भी रोजाना आते हैं जिस पर कोई प्रतिबंध नहीं है. 

लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया 

 मस्के ने बताया कि वे बीएमसी अधिकारियों से कई बार सोसायटी को सील करने का आग्रह कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी कहते हैं कि हम बहुत व्यस्त रहते हैं, कुछ नहीं कर सकते. आप लोगों को खुद ही मैनेज करना होगा. इस वार्ड के बीएमसी अधिकारियों का व्यवहार ऐसा है तो कोरोना कैसे कंट्रोल होगा. यहां लोगों की जान खतरे में है. लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. 

कोरोना के मामले 6000 के पार

    के पूर्व वार्ड के अंतर्गत अंधेरी, जोगेश्वरी, विलेपार्ले पूर्व का क्षेत्र आता है. कोरोना मरीजों की संख्या 6000 को पार कर गई है. 375 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है. 3711 मरीज ठीक हुए हैं और 1750 सक्रिय मरीज हैं. मुंबई में सर्वाधिक मरीज वाला क्षेत्र होने के बाद भी बीएमसी प्रशासन का रुख नकारात्मक होने के कारण लोगों की जान पर संकट मंडरा रहा है. 

पहले की अपेक्षा स्थिति में सुधार आ रहा : नगरसेवक सुनील यादव

वार्ड क्रमांक 80 के बीजेपी नगरसेवक सुनील यादव का कहना है कि अब के पूर्व में कोरोना कंट्रोल हो रहा है. विशाल अपार्टमेंट में दो परिवार में 15 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, लेकिन सभी अलक्षणीय हैं. पहले 130 से 140 मरीज रोज मिलते थे अब 40-45 मरीज मिल रहे हैं. पहले की अपेक्षा स्थिति में सुधार आ रहा है. हमने अधिकारियों से विशाल अपार्टमेंट सील करने के लिए कहा है जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.

एक मरीज मिलने पर बीएमसी की यंत्रणा तुरंत सक्रिय हो जाती है. विशाल अपार्टमेंट में 22 मरीज मिले हैं फिर भी सोसायटी को सील नहीं किया जाना गंभीर मामला है. मैं इसकी जानकारी लेकर तुरंत एक्शन के लिए कहता हूं. कोरोना को कंट्रोल करने के लिए एंटीजन टेस्ट शुरु किया जाना है. अभी अंधेरी पश्चिम में चल रहा है उसके बाद पूर्व में किया जाएगा. -पराग मसूरकर, मनपा उपायुक्त जोन-3