Strong opposition from Mumbai Congress President Jagtap

  • बीएमसी बजट के प्रस्ताव पर बवाल
  • विकास कार्य प्रभावित होंगे

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मुंबई. बीएमसी  बजट (BMC Budget) में मुंबई (Mumbai) की सभी प्रमुख एजेंसी म्हाडा, एमएमआरडीए, एसआरए, बीपीटी और एमआईडीसी एक साथ लाने का प्रस्ताव किया गया है। मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष (Mumbai Congress President) भाई जगताप (Bhai Jagtap) ने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह सारी एजेंसियां अपने अधिकार के तहत फैसले लेती है, लेकिन सभी एजेंसियों को बीएमसी के अधीन लाने से उनकी आजादी खत्म हो जाएगी। 

जगताप ने कहा कि इन सभी एजेंसियों की बागडोर बीएमसी (BMC) को देने से विकास कार्य प्रभावित होंगे और तानाशाही बढ़ेगी। वर्तमान में बीएमसी पर शिवसेना का कब्ज़ा है। वहीं महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में कांग्रेस, एनसीपी,  शिवसेना एक साथ हैं, लेकिन बीएमसी में कांग्रेस विपक्ष में हैं। जगताप ने पहले ही ऐलान किया है कि अगले साल होने वाली बीएमसी चुनाव में कांग्रेस अपने बल पर लड़ना चाहती है। ऐसे में जाहिर तौर से बीएमसी चुनाव को लेकर आने वाले दिनों में शिवसेना और कांग्रेस के बीच तकरार बढ़ने वाली है। 

मुंबईकरों में काफी निराशा 

जगताप ने कहा कि बीएमसी बजट में हमें उम्मीद थी कि मुंबईकरों को 500 वर्ग फुट के घरों पर संपत्ति कर से पूरी तरह से छूट मिल जाएगी, लेकिन यह घोषणा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इससे मुंबईकरों में काफी निराशा है। इस मौके पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जगताप के अलावा मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सप्रा , बीएमसी में नेता विपक्ष रवि राजा, महासचिव भूषण पाटिल और संदेश कोंडविलकर मौजूद थे।

500 करोड़ रुपए का नहीं हुआ इस्तेमाल

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष जगताप ने कहा कि बीएमसी आरोग्य विभाग ने शहर में कोरोना महामारी के बाजवूद फंड में पड़े 500 करोड़ रुपए का इस्तेमाल नहीं किया है। यह बेहद चौकाने वाला है। उन्होंने कहा कि नायर अस्पताल में पड़े 300 कंप्यूटरों का भी कोई उपयोग नहीं किया गया है। यह दर्शाता है कि बीएमसी प्रशासन ने किस तरह की लापरवाही बरती है।