मुंबई के गिरते रिजल्ट को विद्यार्थियों ने संभाला

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  • रिजल्ट में 5.50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी
  •  रायगढ़ जिला ने मारी बाजी 
  •  साइंस स्ट्रीम आगे, कला का रिजल्ट हुआ कम
  • 12वीं का रिजल्ट घोषित

मुंबई. महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने गुरुवार को 12वीं का रिजल्ट घोषित किया। विगत दो वर्षों से मुंबई के 12वीं के रिजल्ट के गिरते ग्राफ को विद्यार्थियों ने इस वर्ष संभाल लिया है. इस बार मुंबई के रिजल्ट में5.50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है.इस बार मुंबई का रिजल्ट 89.35 प्रतिशत है. जबकि पिछले वर्ष का रिजल्ट 83.85 प्रतिशत था. सफलता प्रतिशत के मामले में मुंबई गत वर्ष सेकंड लास्ट थी. इस वर्ष मुंबई ने एक पायदान ऊपर चढ़ नीचे से तीसरा स्थान अर्जित किया है. दूसरी ओर रायगढ़ जिला का रिजल्ट सबसे अधिक 91.28 प्रतिशत रहा है जबकि दक्षिण मुंबई का सबसे कम 86.72% रिजल्ट आया है. 

मुंबई विभाग से  3 लाख 13 हजार 291 विद्यार्थियों ने बाहरवीं की परीक्षा दी थी. इसमें से 2 लाख 79 हजार 931 विद्यार्थी पास हुए हैं. मुंबई विभाग से कुल 85 हजार 81 विद्यार्थियों ने साइंस स्ट्रीम से परीक्षा दी थी, जिसमें से 80 हजार 964 विद्यार्थी सफल हुए हैं. आर्ट्स स्ट्रीम से 47 हजार 184 विद्यार्थियों में से 37 हजार 941 विद्यार्थी पास हुए हैं. कॉमर्स स्ट्रीम से 1 लाख 76 हजार 414 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी जिसमें से 1 लाख 56 हजार 794 विद्यार्थी सफल हुए हैं. व्यवसाय अभ्यासक्रम की परीक्षा देने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. मुंबई से 4 हजार 612 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिसमें से 4 हजार 232 पास हुए हैं. मुंबई विभाग में साइंस स्ट्रीम का रिजल्ट सर्वाधिक आया है जबकि आर्ट्स का सबसे कम.  

मुंबई का रिजल्ट (स्ट्रीम) 

साइंस – 95.16

कॉमर्स – 88.88

आर्ट्स – 80.41

व्यवसाय अभ्यासक्रम- 91.76%

चैताली ने मारी बाजी, साइंंस में 96.4 प्रतिशत

पाटकर कॉलेज के साइंस स्ट्रीम से बारहवीं की परीक्षा देने वाली चैताली करेकर ने 96.4 प्रतिशत अंक अर्जित कर बाजी मार ली है. चैताली ने बताया कि मैं रोजाना 5 से 6 घंटे पढ़ाई करती थी, इसलिए मुझे परीक्षा के समय किसी प्रकार का कोई प्रेशर महसूस नहीं हुआ.मेरे अभिभावकों ने भी अच्छे अंक लाने के लिए कोई दबाव नहीं बनाया था. मेरे परफॉर्मेंस से सभी खुश हैं. मैं आगे इंजीनियरिंग करना चाहती हूं.

सर्वेश परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ, दिव्यांगता के बावजूद लाए 90 प्रतिशत अंक 

रुइया कॉलेज में आर्ट्स शाखा से बारहवीं की परीक्षा देने वाले सर्वेश नाईक  दिव्यांग (नेत्रहीन) होने के बावजूद परीक्षा में 90 प्रतिशत अंक अर्जित कर सर्वश्रेष्ठ साबित हुए है. सर्वेश  ने बताया कि मैंने शुरुआत से पढ़ाई की थी. कॉलेज के सारे लेक्चर अटेंड किए. जिसके चलते मेरे अनुमान मुताबिक मुझे मार्क्स मिले हैं. कॉलेज, अभिभावक और पर्ल विज़न सामाजिक संस्था ने मेरी काफी सहायता की हूं. मैं आगे लॉ की पढ़ाई कर लॉयर बनना चाहता हूं. दिव्यांग (नेत्रहीन) विद्यार्थियों के लिए मदद का हाथ बढ़ानेवाली संस्था पर्ल विजन की उम्मेहानी बग्सरावाला ने बताया कि सर्वेश पढ़ाई में काफी अच्छा है. हमने भी कई बार उसका मार्गदर्शन किया है. हमें पूरा विश्वास है वह आगे भी अच्छा परफॉर्म करेगा.

एचआर कॉलेज के शेर कुणाल व यश

एचआर कॉलेज से बारहवीं की परीक्षा देने वाले दो विद्यार्थियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. कुणाल मनमोहन सराफ और यश सुरेका ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक बारहवीं की परीक्षा में अर्जित किया है. यश ने 93 प्रतिशत और कुणाल ने 93.39 प्रतिशत अंक अर्जित किया है. कुणाल ने बताया कि मेरे इस रिजल्ट का श्रेय में अपनी मेहनत और मेरे परिवार, कॉलेज, क्लासेस और अपने सभी शुभचिंतकों को देना चाहता हूं. इस रिजल्ट के लिए मैंने चार-पांच घंटे कड़ी मेहनत से पूरा ध्यान लगाकर पढ़ाई की थी. अब मेरा एक ही लक्ष्य है सीए बनना.उसके लिए मैं पूरी लगन से तैयारी में लग जाऊंगा और ईश्वर ने मुझ पर जो कृपा अभी तक बनाई  है वह आगे भी इसी तरह बनाए रखेंगे. 

कैंसर के इलाज के बीच परीक्षा से जीती जंग

कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझने के बाद भी चीता कैम्प के रहने वाले नावेदउल्ला खान ने 12वीं की परीक्षा में 59.07 प्रतिशत (कॉमर्स) अंक अर्जित किया है.आइडियल हाई स्कूल जूनियर कॉलेज में पढ़ने वाले नावेद के इस प्रदर्शन से टाटा अस्पताल के डॉक्टर उनकी मदद करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता अमिता भाटिया और अभिभावक सभी बेहद खुश हैं. नावदेउल्लाह खान ने बताया कि 2014 में मुझे ब्रेन में ट्यूमर होने के बाद मेरी रीढ़ की हड्डी फैल गई थी. काफी इलाज के बाद मैं ठीक भी हुआ, लेकिन 2019 में फिर से कैंसर लौट आया.मेरी तबियत इतनी खराब हो गई थी कि मुझे कुछ दिन आईसीयू में भी रहना पड़ा था. मैंने नवंबर से अपनी पढ़ाई शुरू की. मेरे पापा और मां बहुत खुश है.