अचानक बरस उठे बादल

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मुंबई. उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र का असर मुंबई और आसपास के जिलों में भी देखने को मिला. शनिवार 3 बजे अचानक गडगड़ाहट के साथ भारी बारिश शुरू हो गई. आसमान घने काले बादलों से घिर गया. बिजली चमकने लगी.  मौसम विभाग के उप महानिदेशक केएस होसलीकर ने 2 बजे ट्वीट कर बरसात होने की जानकारी दी थी. 

बरसात का सीजन खत्म होने के बाद भी इस वर्ष रह रह कर बरसात हो रही है. मानसून का आगमन देर से हुआ था. मुंबई में जून से ही बरसात शुरू हो जाती थी लेकिन इस वर्ष अगस्त में बरसात हुई. दो महीने की देरी के बाद भी अगस्त और सितंबर में जमकर बरसात हुई, जिस कारण से उत्पन्न हुआ पानी का संकट खत्म हो गया. हालांकि उम्मीद थी कि बरसात खत्म हो जाएगी, लेकिन 10 दिन के विश्राम के बाद फिर से बरसात शुरु हो गई. 

14 तक तूफानी बारिश की चेतावनी

केएस होसलीकर ने बताया कि 14 अक्टूबर तक पालघर, ठाणे, रायगड में कुछ स्थानों पर तूफानी बरसात होने की संभावना है. इन क्षेत्रों के लिए एलो एलर्ट जारी किया गया है. मुंबई के लिए ग्रीन एलर्ट है. शनिवार को मुंबई के भी कई इलाकों में बरसात देखने को मिली.

 मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

देशभर में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने जा रहा है. मानसून भले ही अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया हो, लेकिन अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने एक बार फिर देश के कई इलाकों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. आमतौर पर मानसून सितंबर के अंत तक पूरी तरह वापसी कर लेता है. लेकिन इस बार मानसूनी गतिविधियां कुछ दिन आगे बढ़ गई हैं. आईएमडी के मुताबिक कुछ इलाकों में कम बदलाव का क्षेत्र बनना ही चक्रवात का पहला चरण माना जाता है. यानी इस बार चक्रवाती तूफानों के ज्यादा बनने की भी आशंका है. हालांकि ये भी जरूरी नहीं है कि हर बार कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात में ही तब्दील हो. लेकिन ज्यादा ऐसा देखने को मिलता है कि जब कम दबाव के क्षेत्र बनते हैं तो ये आगे जाकर चक्रवात का रूप लेते हैं.

यहां शुरू हुई बारिश

आईएमडी के ने शनिवार से ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा, भीतरी कर्नाटक और मराठवाड़ा में बरसात की भविष्यवाणी की थी जो सही साबित हुई.