Taxes levied from homes up to 500 sq ft in Mumbai, Mumbaikars cheated

  • आम आदमी पार्टी ने जताया विरोध

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मुंबई. चुनाव पूर्व 500 वर्ग फीट तक के घरों को प्रापर्टी टैक्स (Property Tax) से छूट प्रदान करने और अब अपने वादे से मुकरते हुए उनसे टैक्स वसूलने का आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party)ने विरोध किया है। आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रीति शर्मा मेनन (Preeti Sharma Menon) ने आरोप लगाया कि यह मुंबई (Mumbai) के लाखों मध्यवर्गीय परिवारों के साथ धोखाधड़ी है। मेनन ने पत्रकार परिषद में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने इस संबंध में वादा किया था और शिवसेना (Shiv Sena) ने भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि 500 वर्ग फीट तक के घरों को संपत्ति कर से मुक्त रखा जाएगा।

छोटे घरों में मध्यमवर्गीय परिवार रहता है जिस पर कोविड (Kovid) के कारण नौकरी और धंधे पर बहुत बुरा असर पड़ा है। लोग आर्थिक कठिनाइयों  से जूझ रहे हैं उन पर प्रापर्टी टैक्स वसूलना उनके साथ अन्याय है। शिवसेना भी अब अपने वादे से मुकर रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आम आदमी को किसी भी क्षेत्र में राहत प्रदान करने में कोई रुचि नहीं दिखाई है, चाहे वह बिजली के बढ़े हुए बिलों का मामला हो या स्कूल फीस में राहत का मुद्दा हो। 

आम जनता के साथ क्रूर मजाक

बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल द्वारा बकाया राशि की वसूली की घोषणा आम जनता के साथ क्रूर मजाक है। प्रीति मेनन ने कहा कि कॉर्पोरेट सीएसआर और निजी एनजीओ से व्यापक समर्थन के बावजूद, मुंबई मनपा प्रशासन महामारी के दौरान अपनी वित्तीय व्यवस्था को संभाल नहीं पाया। अब अपनी गलती के लिए यह मध्यम वर्ग पर बोझ डाल रहा है, जो शहर की रीढ़ है और पहले से ही महामारी के कारण आर्थिक तबाही झेल रहा है। 

सीएम को करना चाहिए अपना वादा पूरा

मनपा के चुने हुए प्रतिनिधि और अधिकारी, कॉर्पोरेट्स और होटल उद्योग के लिए संपत्ति कर माफ करने के लिए एकदम से तैयार हो जाते हैं। यह कितनी हास्यास्पद बात है जब मनपा प्रशासन कहता है कि पिछले साल की टैक्स माफी एक ‘गलती’ थी ? मनपा का कामकाज कैसे चलता है, यह क्या तरीका है? आम आदमी पार्टी की मांग है कि 500 वर्ग फीट से कम के घरों के टैक्स पिछले साल सहित इस वर्ष भी पूरी तरह से माफ किए जाएं।  यदि इसमें वैधानिक अड़चनें हैं, तो राज्य सरकार को उसमें संशोधन करना चाहिए और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपना वादा पूरा करना चाहिए।