यूपी के गैंगस्टरों की पनाहगार मुंबई

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शीतला सिंह 

मुंबई.कानपुर शूटआउट कांड माफिया सरगना विकास दुबे के खास साथी अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी अकेले ऐसा क्रिमिनल नहीं है, जो भेष बदल कर मुंबई से सटे ठाणे में रह रहा था. इससे पहले माफिया सरगना प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी  मुंबई के मालाड इलाके में कई सालों तक छिपा था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने मुन्ना बजरंगी को गिरफ्तारी किया था और उसे यूपी पुलिस को सौंप दिया था. बाद में बजरंगी का बागपत की जेल में मर्डर हो गया था. 

 उत्तर प्रदेश के शूटरों को हत्या की सुपारी

विकास दुबे गैंग के गुर्गे ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के कई ऐसे माफिया हैं, जो मुंबई को अपना ठिकाना बना चुके हैं. यूपी के माफिया सरगना न केवल मुंबई में हत्या की सुपारी लेते हैं, बल्कि यूपी में बड़ी वारदात को अंजाम देकर मुंबई में छिपकर रहते हैं. अबू सलेम यूपी से मुंबई नौकरी की तलाश में आया और दाऊद के लिए काम करते हुए अंडरवर्ल्ड डॉन बन गया. मुंबई के अपराध पर पैनी नजर रखने वाले पुलिस अधिकारियों की माने तो नवी मुंबई के तलोजा जेल में बंद अबू सलेम के ज्यादातर शूटर यूपी के हैं और उसके एक इशारे में पर बड़ी वारदात को अंजाम देते हैं. 

कई मर्डर को दिया अंजाम

अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम एवं छोटा राजन के अधिकांश गुर्गे भी यूपी के हैं, जो मुंबई में रहते हैं. महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता पवन राजे निंबालकर की 2006 में हत्या की सुपारी यूपी के गैंगस्टरों ने ली थी. नवी मुंबई में निंबालकर और उनके ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. सीबीआई ने इस मामले में यूपी के शूटरों को गिरफ्तार किया, तो उनकी तफ्तीश में हत्या की सुपारी देने का आरोप राकां के कद्दावर नेता एवं सांसद रहे पदमसिंह पाटिल पर लगा. सीबीआई ने पाटिल को हत्या एवं हत्या का षड्यंत्र रचने के आरोप में गिरफ्तार किया. यूपी के शूटरों ने शिवसेना के नगरसेवक कमलाकर जामसांडेकर की हत्या की थी.  गैंगस्टर अरुण गवली ने जामसांडेकर की हत्या की सुपारी ली थी और यूपी के शूटरों से हत्या करवाई था. इस मामले में अरुण गवली सहित शूटरों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है.  

ब्रिजेश सिंह काफी समय तक मुंबई में रहा

मुन्ना बजरंगी से अलावा गैंगस्टर ब्रिजेश सिंह काफी समय तक मुंबई में रहा और उस पर डी-गैंग के साथ मिलकर जेजे हत्याकांड को अंजाम देने का आरोप लगा था. हालांकि सबूतों के अभाव में इस मामले में वह बरी हो गया. उत्तर प्रदेश की जेल में बंद सुभाष सिंह ठाकुर ने भी मुंबई में अपना अड्डा बनाया था. सुभाष सिंह ठाकुर डी गैंग से जुड़ा हुआ था. ऐसा माना जाता है कि जेजे हत्या कांड में सुभाष सिंह ठाकुर की अहम भूमिका थी. सुभाष सिंह ठाकुर के साथ मिलकर ही ब्रिजेश सिंह जरायम की दुनिया में अपना वर्चस्व कायम किया. मऊ से विधायक एवं कई मामले के आरोपी मुख्तार अंसारी के गुर्गों भी मुंबई में पनाह लेते रहे हैं.