सरकारी बैंकों के एनपीए में 2020-21 में कर्ज बट्टे खाते में डालने से 1,31,894 करोड़ रुपये की कमी’

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    मुंबई: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों(Public Sector Bank) की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) में वित्त वर्ष 2020-21 में फंसे कर्ज (Loan)को बट्टे खाते में डाले जाने के कारण 1,31,894 करोड़ रुपये की कमी आयी। सूचना के अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत पूछे गये सवाल के जवाब में भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने यह जानकारी दी है।

    नागपुर के संजय थुल ने आरटीआई कानून के तहत सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों में पिछले 10 साल में गैर-निष्पादित परिसंपत्ति और फंसे ऋणों को बट्टे खाते में डाले जाने के बारे में आरबीआई से जानकारी मांगी थी। 

    आरबीआई ने आरटीआई के जवाब में कहा, ‘‘सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के फंसे कर्ज को बट्टे खाते में डाले जाने के कारण एनपीए में कमी 1,31,894 करोड़ रुपये रही। आरबीआई के अनुसार वित्त वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा 1,75,877 करोड़ रुपये था। (एजेंसी)