Man attempt to murder woman on refusal of marriage

Loading

मुंबई. मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में लोगों के जाने के लिए फर्जी ई-पास बना कर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में 2 आरोपी को गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वह ठाणे पुलिस आयुक्तालय के नाम से गांव जाने का फर्जी ई-पास बनाता था और उसे बेचता था.

क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि 25 मई को मुंबई के परेल विलेज से एक परिवार के 3 सदस्य कोल्हापुर गए थे. उन्होंने कल्याण के ‘ विकल्प टूर्स एडं ट्रवल्स ‘ से कोल्हापुर जाने के लिए ई-पास लिया था. ठाणे पुलिस आयुक्तालय के नाम से गांव जाने का ई-पास दिया गया था. क्राइम ब्रांच ने इसकी जांच की, तो ट्रैवल का ई-पास फर्जी पाया गया.

संयुक्त पुलिस आयुक्त संतोष रस्तोग और पुलिस उपायुक्त शाहजी उमाप के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच-1 के प्रभारी पुलिस निरीक्षक विनायक मेर, पुलिस निरीक्षक महेश तावडे, सहायक पुलिस निरीक्षक अनंत शिंदे और उप निरीक्षक ज्ञानेश्वर जगताप की टीम ने कल्याण के ‘ विकल्प टूर्स एडं ट्रवल्स ‘ के मालिक विकास नारायण महाजन (28) को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो खुलासा हुआ कि उसे फर्जी ई-पास बनाकर उल्हासनगर में रहने वाला अनिल शेषनाथ यशवंते (38) देता था और वह उसके पास यात्रा के लिए आने वाले लोगों को बेचता था. क्राइम ब्रांच ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.