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  • रेलवे का ठेके के नाम ठगी का मामला
  • कंप्यूटर इंजीनियर ने बनाया रेलवे का फर्जी कागजात
  • अब तक 7 आरोपी गिरफ्तार

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मुंबई. क्राइम ब्रांच ने रेलवे का ठेका दिलाने के नाम पर ढाई करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में कंप्यूटर इंजीनियर समेत 2 और आरोपी गिरफ्तार किया है. कंप्यूटर इंजीनियर ने रेलवे का फर्जी कागजात बनाया था. इससे एक दिन पहले रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर अनिल कुमार माखनलाल अहिरवार (52) समेत दो को गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में एक मकोका के आरोपी समेत अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

क्राइम ब्रांच यूनिट-11 के प्रभारी पुलिस निरीक्षक सुनिल माने ने बताया कि शनिवार को कंप्यूटर इंजीनियर समेत दो और आरोपी गिरफ्तार किया गया है. कंप्यूटर इंजीनियर सुदीप पवार (28) ने रेलवे का फर्जी कागजात बनाया था. जबकि दूसरे आरोपी प्रदीप मिस्त्री (33) ने उसकी मदद की थी. क्राइम ब्रांच ने जब व्यवसायी से ढाई करोड़ रुपए की धोखाधड़ी में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, उनके पास फर्जी रेलवे के कागजाद मिले थे. शुक्रवार को इस पूरे गोरखधंधे के मास्टर माइंड के रूप में सीनियर सेक्शन इंजीनियर अनिल कुमार और मकोका के आरोपी स्वप्निल हेमंत गोसावी (33) को गिरफ्तार किया था.

उनसे पूछताछ सुदीप और प्रदीप का नाम सामने आया है. आरोपियों सांठगांठ कर एक व्यवसायी को अपने जाल में फंसाया. उन्होंने उससे रेलवे के दो डिब्बों को जोड़ने के लिए लगने वाले ‘हॉर्स पाइप’ का ठेका दिलाने के नाम पर 2 करोड़ 73 लाख 36 हजार 540 रुपए ऐंठ लिए. उनके इस षड्यंत्र में स्वप्निल हेमंत गोसावी, सुभाष रमन सोलंकी और किरन पुरुषोत्तम चौहान शामिल थे.