Modi government

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    मुंबई: भाजपा (BJP) ने मुंबई के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे द्वारा लगाए गए ताजा आरोपों के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार पर हमले तेज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है और उसे तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।

    केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) और शिव सेना नेता व मंत्री अनिल परब (Anil Parab) के खिलाफ वाजे द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों तथा उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर के पास एक वाहन मिलने और व्यवसायी मनसुख हिरन की मौत मामले का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि महा अघाड़ी सरकार का एकमात्र मकसद लूट है। 

    उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव (पिछले विधानसभा) में तो भाजपा और शिव सेना का गठबंधन था। बाद में मतदाताओं से गद्दारी कर वह (शिव सेना) मोदी विरोधियों से जा मिला। दो पराजित पार्टियों के साथ मिलकर उन्होंने सरकार बनाई। महाराष्ट्र ने कभी ऐसी गद्दारी देखी नहीं थी क्योंकि इनका एकमात्र कार्यक्रम लूट था और लूट के लिए यह सारा कार्यक्रम चल रहा है।”  उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का जरा भी अधिकार नहीं है, उनको तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।”

    सचिन वाजे ने एक पत्र में दावा किया कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस में उनकी सेवा जारी रखने के लिए दो करोड़ रुपये मांगे थे और एक अन्य मंत्री अनिल परब ने उनसे ठेकेदारों से पैसा इकट्ठा करने के लिए कहा था। 

    मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में बंबई उच्च न्यायालय द्वारा सीबीआई जांच का आदेश देने के बाद सोमवार को राकांपा के वरिष्ठ नेता को गृह मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। 

    जावड़ेकर ने कहा, ‘‘सचिन वाजे और गृह मंत्री का पूरा प्रकरण महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार का चारित्र उजागर करता है। उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। हम उनके इस्तीफे की मांग करते हैं।”

    वरिष्ठ भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि सचिन वाजे कहीं सच ना उगल दें, इसलिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शिव सेना नेता संजय राउत जेल जाने के बाद भी उसका समर्थन करते रहे।  उन्होंने कहा कि वाजे के पत्र में लगाए गए आरोपों से साफ पता चलता है कि महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार कितना फैल चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार ही इस सरकार की पहचान बन गई है।”