मुंबई. मुंबई सहित देश के 10 शहरों और 60 जिलों में कोविड- 2 रिटर्न होने से पहले रोकथाम के उपाय शुरु हो गए हैं. कोरोना मरीजों के शरीर में बन रही एंटीबाडी की जांच के लिए रक्त के नमूनों का विश्लेषण किया जाएगा. मुंबई के हॉट स्पॉट क्षेत्र धारावी, कांदीवली, देवनार, कुर्ला, साकीनाका के 500 लोगों के रक्त नमूनों की जांच होगी.
इस सर्वे में क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारियों की सहायता से वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन और नेशनल इंस्टीट्यूट आँफ इम्युनो हिम्टोलाँजी की टीम भाग लेगी. 18 वर्ष की आयु के 500 लोगों पर यह रिसर्च किया जाएगा.
सर्वे महत्वपूर्ण साबित होगा
बीएमसी की उप स्वास्थ्य अधिकारी डाँ. दक्षा शाह ने बताया कि नागरिकों का नमूना लेने से पहले उनकी सहमति ली जाएगी. उनके संपर्क में कौन-कौन लोग आए पूरी हिस्ट्री भी दर्ज की जाने वाली है. रक्त के नमूने एकत्र कर यह पता लगाया जाएगा कि उनके शरीर में एंटीबाडी कैसे विकसित हुई. रक्तदाब में कोविड-19 के लक्षण के आधार पर कोविड- 2 का सामाजिक प्रसार रोकने और उसे नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. हॉट स्पॉट वाले क्षेत्रों में संक्रमण का भौगोलिक का परिणाम ज्ञात होने पर इसके खतरे और बचाव की तैयारियों में यह सर्वे महत्वपूर्ण साबित होगा.
मुंबई में कोरोना की मरीजों की हालत दयनीय
घनी जनसंख्या होने के कारण मुंबई में कोरोना के सबसे अधिक मरीज मिल रहे हैं. मुंबई ऐसा शहर हो गया है जहां मास्को के बाद सबसे ज्यादा कोरोना मरीज मिल रह रहे हैं. मुंबई में कोरोना का प्रसार इसी गति से होता रहा तो यह शहर सर्वाधिक प्रभावित वाले शहरों में शीर्ष पर होगा. मुंबई में कोरोना की मरीजों की हालत दयनीय होती जा रही है. सरकार भले अपनी पीठ थपथपाये की मृत्युदर 3.22 फीसदी है लेकिन देर से शुरू की गई तैयारियों का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. घंटों यहां तक कि कई दिन इंतजार के बाद भी अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहा है. एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने में भी सरकार को लंबा वक्त लगा. यदि पूर्व में यह तैयारियां की गई होती तो कोरोना मृत्युदर को और कम किया जा सकता है.
1044 नये मरीज मिले
सही समय पर उपचार और स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने से कारण कई लोगों ने दम तोड़ दिया. मुंबई में कोरोना संक्रमितों की संख्या 34,018 हो गई है. बुधवार को भी कोरोना के 1044 नये मरीज मिले और 32 लोगों की मौत हो गई. मुंबई में मृतकों की संख्या 1097 पर पहुंच गई है. अब तक 9054 लोग कोरोना से स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं.