पश्चिम रेलवे ने किया 17.11 मिलियन टन माल का परिवहन

Loading

मुंबई. देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान पश्चिम रेलवे ने पार्सल विशेष ट्रेनों, मिल्क ट्रेनों, मालगाड़ियों से 17.11 मिलियन टन से ज्यादा जरूरी वस्तुओं का परिवहन किया है. जिसके अंतर्गत खाद्यान्न, दवा, पीपीई, मास्क, मछली, दूध आदि जरूरी सामग्री देश भर में पार्सल ट्रेनों, मालगाड़ियों में भेजी जा रही है. इस दौरान 379 स्पेशल पार्सल ट्रेन चलाई गई है. 

8359 रेक का लदान

इसके अलावा 5 जुलाई तक मालगाड़ियों के 8359 रेक का उपयोग कर खाद, नमक, सीमेंट, कोयला, कंटेनर आदि आवश्यक सामान का परिवहन किया गया है. कुल 70 हजार टन से ज्यादा सामग्री लोड की गई. 318 कोविड स्पेशल पार्सल ट्रेन से 27 हजार टन से ज्यादा अत्यावश्यक वस्तुओं का आवागमन किया गया है. इससे 13.77  करोड़ की आय हुई है.माल ढुलाई से कुल आय 22.38 करोड़ हुई है.इस दौरान 54 मिल्क ट्रेन भी चला कर 40 हजार टन दुग्ध सामग्री का लदान हुआ.6 जुलाई को ओखा से गुवाहाटी के लिए पार्सल ट्रेन चलाई गई.

1608  करोड़ नुकसान

लॉकडाउन में नियमित यात्री ट्रेनें न चलने से पश्चिम रेलवे को 1608 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. इनमें उपनगरीय सेक्शन को 234.98 करोड़ और गैर उपनगरीय सेक्शन को 1373.89 करोड़ का नुकसान हुआ है.पश्चिम रेलवे ने 384.98 करोड़ रुपये की रिफंड दिया है.अकेले मुंबई डिवीजन की 182.97 करोड़ रुपये की रिफंड राशि है. अब तक 59.08 लाख यात्रियों ने अपने टिकट रद्द किए हैं.