पश्चिम रेलवे ने किया 59 हजार टन जरूरी सामग्री का परिवहन

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मुंबई. देशव्यापी लॉकडाउन में पश्चिम रेलवे ने पार्सल विशेष ट्रेनों,मिल्क ट्रेनों, मालगाड़ियों से लगभग 13.50 मिलियन टन से ज्यादा माल का परिवहन किया है.6536 रेक के माध्यम से अत्यावश्यक सामग्री, खाद्यान्न,दवा,पीपीई, मास्क और सैनिटाइजर आदि चिकित्सा सामग्री देश भर में पार्सलों में भेजी गई है. 

चलाई 344 पार्सल विशेष ट्रेन

पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ रविन्द्र भाकर के अनुसार लगभग 59 हजार टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं को पश्चिम रेलवे की 344 पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से देश के विभिन्न भागों में पहुंचाया गया है, जिनमें मुख्य रूप से कृषि उपज, दवा, मछली, दूध आदि शामिल हैं.इस परिवहन से लगभग 18.70 करोड़ की आय हुई.

6536 रेकों का उपयोग किया गया

13.50 मिलियन टन की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा मालगाड़ियों के 6536 रेकों का उपयोग किया गया.पार्सल वैन-रेलवे मिल्क टैंकरों (आरएमटी) के 342 मिलेनियम पार्सल रेक देश के विभिन्न भागों में दूध पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं की आपूर्ति की गई.17 जून को पश्चिम रेलवे से दो पार्सल विशेष ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें पोरबंदर – शालीमार और ओखा – गुवाहाटी विशेष ट्रेन शामिल हैं.

1359  करोड़ नुकसान

लॉकडाउन में नियमित यात्री ट्रेनें न चलने से पश्चिम रेलवे को 1359 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.इनमें उपनगरीय सेक्शन को लगभग 195 करोड़ और गैर उपनगरीय सेक्शन को लगभग 1164 करोड़ का नुकसान हुआ है.पश्चिम रेलवे ने लगभग 348 करोड़ रुपये से ज्यादा का रिफंड दिया है.