पश्चिम रेलवे ने किया 68 हजार 600 टन माल का परिवहन

Loading

– नियमित यात्री ट्रेनें न चलने से 1554 करोड़ का नुकसान

मुंबई. देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान पश्चिम रेलवे ने पार्सल विशेष ट्रेनों,मिल्क ट्रेनों,मालगाड़ियों से 68 हजार 600 टन से ज्यादा जरूरी वस्तुओं का परिवहन किया है.जिसके अंतर्गत खाद्यान्न,दवा,पीपीई, मास्क,मछली, दूध आदि जरूरी सामग्री देश भर में पार्सल ट्रेनों,मालगाड़ियों में भेजी जा रही है.इस दौरान 374 स्पेशल पार्सल ट्रेन चलाई गई है.इसके अलावा मालगाड़ियों के 7966 रेक का उपयोग किया गया है.

315 कोविड स्पेशल पार्सल ट्रेन से 26 हजार 700 टन से ज्यादा अत्यावश्यक वस्तुओं का आवागमन किया गया है.इससे 13.65  करोड़ की आय हुई है.माल ढुलाई से कुल आय 21.99 करोड़ हुई है.इस दौरान 51 मिल्क ट्रेन भी चलाई गई.2 जुलाई को बांद्रा से लुधियाना पार्सल ट्रेन और पालनपुर से हिन्द टर्मिनल के लिए मिल्क ट्रेन चलाई गई.आसाम के कामरूप में पूर्ण लॉकडाउन की वजह से ओखा-गुवाहाटी पार्सल स्पेशल ट्रेन 5,8 और 12 जुलाई को रद्द कर दी गई है.

1554  करोड़ नुकसान

लॉकडाउन में नियमित यात्री ट्रेनें न चलने से पश्चिम रेलवे को 1554 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.इनमें उपनगरीय सेक्शन को 225.81 करोड़ और गैर उपनगरीय सेक्शन को 1328.69 करोड़ का नुकसान हुआ है.पश्चिम रेलवे ने 380.11 करोड़ रुपये की रिफंड दिया है.अकेले मुंबई डिवीजन की 180.30 करोड़ रुपये की रिफंड राशि है.अब तक 58.30 लाख यात्रियों ने अपने टिकट रद्द किए हैं.