मुंबई. महाराष्ट्र में युवा वर्ग तेजी से कोरोना की चपेट में आ रहा है. इस बीमारी की गिरफ्त में अधिकतर 20 से 40 वर्ष के लोग आ रहे हैं. राज्य में महज 48 दिन के भीतर कोरोना से ग्रसित होने वाले युवाओं की संख्या में लगभग 28 गुना की बढ़ोत्तरी हुई है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो कामकाज के लिए सबसे अधिक युवा वर्ग के लोग बाहर निकल रहे हैं इसलिए वे बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.
लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे
मेडिकल एजुकेशन एंड ड्रग डिपार्टमेंट महाराष्ट्र के आंकड़ों पर गौर करेंं तो 14 अप्रैल यानी लॉकडाउन 1.0 तक राज्य में 924 लोग पॉजिटिव पाए गए थे, जबकि 31 मई तक कोरोना से ग्रसित होने वाले युवाओं की संख्या 26325 तक पहुंच गई. संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. ओम श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना की जद में आने वाले युवाओं की बढ़ती संख्या के 2 प्रमुख कारण हो सकते हैं, पहला युवा कामकाज के लिए बाहर निकलते हैं ऐसे में वो ग्रसित होते हैं. दूसरा कारण है कि युवा कहीं न कहीं लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं.
लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कहीं न कहीं युवा लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. घर के बाहर जा रहे हैं और बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं. दूसरा कारण यह भी है कि कई युवा किसी कामवश बाहर निकल रहे हैं ताकि घर के बड़े-बूढ़ों और छोटों को बाहर न निकलना पड़े.