Ration shopkeepers waiting for grain, beneficiaries circling the shop
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    • चक्कर काटने के लिए मजबूर लाभार्थी

    नागपुर. पीओएस मशीन के अपडेट को लेकर हर माह किये जाने वाले विलंब के चलते कार्ड धारकों को राशन की दूकानों के लिए चक्कर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. पिछले 1 वर्ष से मशीन को लेकर यह खेल खेला जा रहा है. राशन दूकानों में माल आकर पड़ा रहता है लेकिन दूकानदार मशीन के अपडेट होने के बिना माल नहीं दे सकते हैं. मशीन के अपडेट को लेकर राशन दूकानदारों द्वारा सरकार से कई बार मांग की जा चुकी है लेकिन इसमें हमेशा मनमानी वाला ही खेल चलता है.

    इससे जहां राशन दूकानदार परेशान हैं वहीं लाभार्थी भी समय पर राशन नहीं मिलने से हलाकान हैं. नियमानुसार पीओएस मशीन माह की 1 तारीख को शुरू हो जानी चाहिए लेकिन हर माह इसे कभी 10 तारीख को शुरू किया जाता है तो कभी इसे आधा महीना गुजर जाने के बाद . हर माह कुछ न कुछ तकनीकी खराबी व कुछ जिलों में अनाज देरी से पहुंचने का कारण बताकर हाथ झटक लिया जाता है. 

    सख्ती केवल दूकानदारों पर 

    राशन दूकानदार संघ के सचिव रितेश अग्रवाल ने बताया कि इस माह 7 जुलाई को अन्न दिवस होने के बावजूद भी पीओएस मशीन शुरू नहीं हुई. मशीन शुरू नहीं होने से पूरे शहर में राशन का वितरण बंद है. संबंधित कार्यालय द्वारा भी यह भी नहीं बताया जाता है कि मशीन कब शुरू होगी. जोनल कार्यालय द्वारा बार-बार केवल अनाज उठाने के लिए आखिरी तारीख का हवाला देते हुए दूकानदारों पर सख्ती की जाती है. अनाज दूकानों पर आकर पड़ा रहता है लेकिन मशीन को शुरू करने पर ध्यान नहीं दिया जाता है.

    जब मशीन शुरू होती है तो भीड़ एकदम से टूट पड़ती है. इससे नागरिकों के साथ-साथ दूकानदारों पर भी कोरोना का खतरा मंडराता है. दूकानदारों ने सरकार से मांग की है कि इस समस्या पर सरकार ध्यान देते हुए हर माह 1 तारीख से पीओएस मशीन शुरू करें. 1 तारीख से कैरी फारवर्ड की सुविधा तथा मशीन में एक साथ तीन माह का अनाज उपलब्ध हो व प्रत्येक माह का अनाज उठाने के लिये उसी माह कम से कम 20 तारीख तक छूट मिलने वाली व्यवस्था की जाए.