College students
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    नागपुर. शिक्षा विभाग ने 11वीं प्रवेश के लिए सीईटी परीक्षा का विकल्प रखा है लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह परीक्षा शहरी भागों के साथ ही ग्रामीण भागों के जूनियर कॉलेजों के लिए भी होगी. इस बीच 10वीं का परिणाम घोषित होने के बाद से ग्रामीण क्षेत्र के कॉलेजों में प्रवेश देने की भी शुरुआत कर दी गई थी लेकिन शिक्षा विभाग ने सीईटी का परिणाम घोषित होने के बाद ही ग्रामीण भागों के जूनियर कॉलेजों को प्रवेश देने के निर्देश दिए हैं. विभाग के इस फैसले से जूनियर कॉलेज के संचालकों में संभ्रम की स्थिति निर्माण हो गई है.

    अब तक शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के शहरी भागों के लिए ही 11वीं प्रवेश हेतु केंद्रीय पद्धति से प्रक्रिया ली जाती थी लेकिन इस बार 10वीं की परीक्षा नहीं होने के कारण विभाग ने सीईटी के माध्यम से 11वीं में प्रवेश का निर्णय लिया. फिलहाल पंजीयन की प्रक्रिया जारी है. अब तक यही माना जा रहा था कि केवल शहरी भागों के जूनियर कॉलेजों में प्रवेश के लिए ही सीईटी ली जाएगी लेकिन शिक्षा विभाग का कहना है कि सीईटी राज्यभर के लिए होगी. 

    इस बीच जिले के कई जूनियर कॉलेजों ने प्रवेश की शुरुआत कर दी थी, जबकि विभाग ने पत्र जारी कर सभी को प्रवेश रोकने के निर्देश दिए हैं; साथ ही जब तक सीईटी का परिणाम घोषित नहीं हो जाता तब तक प्रवेश नहीं देने को कहा है. विभाग के इस फैसले से संस्था चालकों में संभ्रम की स्थिति बन गई है. संस्था चालकों का कहना है कि जब सीईटी को अनिवार्य की बजाय ऐच्छिक किया गया है तो फिर ग्रामीण भागों में प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगाने का क्या मतलब है. वैसे भी ग्रामीण भागों के जूनियर कॉलेजों में भी मेरिट के आधार पर ही प्रवेश दिए जाते हैं. 

    डेढ़ महीने तक प्रतीक्षा का कोई अर्थ नहीं 

    उन शहरी भागों और अर्द्ध शहरी भागों के लिए सीईटी ठीक है, जहां कॉलेजों की संख्या अधिक है. अधिक संख्या होने से छात्रों में स्पर्धा बनी रहती है लेकिन जिन तहसीलों में गिनती के जूनियर कॉलेज हैं उनके लिए सीईटी के परिणाम आने तक प्रतीक्षा करना निरर्थक लग रहा है. सीईटी 21 अगस्त को ली जाने वाली है. यानी प्रवेश देने की शुरुआत सितंबर में ही होगी.

    यानी 10वीं का परिणाम घोषित होने के करीब डेढ़ महीने बाद प्रवेश दिए जाएंगे. सरकार ने जिन ग्रामीण भागों में कोविड के मरीज नहीं हैं उन्हें स्कूल शुरू करने की मंजूरी दे दी है. इतना सब होने के बाद भी ग्रामीण भागों के लिए सीईटी के परिणाम तक प्रतीक्षा करना कहां तक उचित है.

    पंजीयन में अब भी दिक्कतें 

    विभाग ने 11वीं पंजीयन की शुरुआत मंगलवार से की है लेकिन पहले ही दिन तकनीकी गड़बड़ी की वजह से प्रक्रिया नहीं हो सकी. यही स्थिति बुधवार को भी बनी रही. वेबसाइट ओपन करते ही बंद होने की सूचना मिल रही है. यही वजह है कि छात्रों के साथ ही पालक भी परेशान हो गए हैं. शिक्षा विभाग द्वारा अधिकृत रूप से कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.

    छात्रों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. इतना ही नहीं अधिकारी भी स्पष्ट रूप से कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं. विभाग ने पंजीयन की तिथि 26 जुलाई तक रखी है, जबकि तकनीकी गड़बड़ी में 2 दिन निकल गए. माना जा रहा है कि विभाग को तिथि बढ़ाना होगा लेकिन इस बारे में कोई भी सूचना जारी नहीं की गई है.