Robbery in Civil Lines

  • कंपनी के कर्मचारियों को लूटा

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नागपुर. सिविल लाइन्स परिसर में सोमवार को दिनदहाड़े लूटपाट की वारदात हुई. मोपेड पर सवार 6 लुटेरों ने निजी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ मारपीट कर चाकू की नोक पर 18 लाख रुपये लूट लिए. शहर में सबसे सुरक्षित माने जाने वाले सिविल लाइन्स परिसर में लूट की वारदात होने से पुलिस के भी हाथ-पैर फूल गए. सीसीटीवी कैमरों के जरिए आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है. सीताबर्डी पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ डकैती का मामला दर्ज किया है.

मानेवाड़ा-बेसा रोड पर ब्रिंक्स सर्विसेस कंपनी का कार्यालय है. इस कंपनी द्वारा शहर के बड़े व्यापारियों से रकम जमा कर बैंकों में जमा की जाती है. सोमवार को कंपनी के कर्मचारी सीरसपेठ निवासी श्रीकांत इंगले और दिघोरी निवासी सतीश धांडे ने रोज की तरह व्यापारियों से पैसा जमा करने का काम शुरू किया.

12 व्यापारियों से जमा की रकम
12 व्यापारियों से पैसे जमा करने के बाद दोनों शंकरनगर चौक पर स्थित एलआईसी के कार्यालय में गए. वहां से रकम लेकर कुल 18 लाख रुपये बैग में रखकर दोपहर 1.30 बजे के दौरान सिविल लाइन्स स्थित एक्सिस बैंक की मुख्य शाखा में पैसे जमा करने जा रहे थे. श्रीकांत बाइक चला रहे थे, जबकि सतीश पीछे बैग लेकर बैठे थे. वसंतराव देशपांडे सभागृह के सामने मोपेड पर सवार 2 आरोपियों ने उन्हें ओवरटेक किया, जबकि 2 अन्य वाहनों में 4 आरोपी पीछे थे.

इसी दौरान आरोपियों ने श्रीकांत की बाइक को लात मारकर दोनों को नीचे गिरा दिया. उनके साथ मारपीट की. चाकू की नोक पर रुपयों की बैग छीनकर आरोपी फरार हो गए. श्रीकांत ने तुरंत अपनी कंपनी और कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी. दिनदहाड़े लूट की खबर मिलने से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. डीसीपी विनीता शाहू, गजानन राजमाने, एसीपी सुधीर नंदनवार, किशोर जाधव और सीताबर्डी के थानेदार जग्वेंद्र राजपूत अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.

एमएलए होस्टल में दिन-रात रहता है पहरा
दोनों से घटना की जानकारी लेकर टीमें अलग-अलग दिशा में रवाना की गईं. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की. आरोपी 3 मोपेड पर सवार थे, लेकिन तीनों गाड़ियों में नंबर नहीं थे. शंकरनगर चौक से ही आरोपियों ने दोनों का पीछा शुरू कर दिया था. सबने मुंह पर नकाब डाल रखा था. इससे साफ है कि आरोपी लगातार श्रीकांत और सतीश की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे. योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दिया गया. देर रात तक पुलिस श्रीकांत और सतीश से घटना की बारीकी से जानकारी ले रही थी. सिविल लाइन्स परिसर में वैसे भी पुलिस की गश्त होती है. एमएलए होस्टल क्वारंटाइन सेंटर होने के कारण वहां दिन-रात पुलिस का बंदोबस्त होता है. ऐसे में इस इलाके में लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया.