नागपुर. डाक्टरों व विशेषज्ञों ने पहले ही सतर्क कर दिया था कि बारिश के मौसम में जुलाई व अगस्त के महीनों में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैल सकता है. इसे रोकने के लिए बेहद सतर्कता बरतने की अपील भी की गई थी लेकिन अनलाक की प्रक्रिया में जब लाकडाउन को शिथिल किया गया तो उसका दुष्परिणाम सामने आने लगा है. अब तो सिटी में ही रोजाना दो दर्जन लोगों की जानें कोरोना से जा रही हैं.
शनिवार को 23 पीड़ितों की मौत के दूसरे दिन सण्डे को भी 23 लोग कोरोना की बलि चढ़ गए. जिससे अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 300 के पार हो गई है. मौतों की संख्या अब 315 के भयावह आंकड़े पर पहुंच गया है. सण्डे को विविध लैब्स से जो रिपोर्ट आई उसमें 374 नये पाजिटिव और जुड़ गए हैं. इन्हें मिलाकर कुल पाजिटिव की संख्या 8780 हो गई है.
3773 का चल रहा उपचार
मेयो, मेडिकल, एम्स, निजी अस्पतालों व विविध कोविड सेंटरों में फिलहाल 3773 पीड़ितों का उपचार चलने की जानकारी प्रशासन की ओर से दी गई है. वहीं अब तक 4692 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं. सण्डे को भी 146 मरीजों की छुट्टी दी गई. वे स्वस्थ होकर अपने घरों को लौटे हैं. जिन 23 लोगों की मौत हुई है उनमें 6 जिले के ग्रामीण भागों के हैं और 17 शहरी है. इनमें 3 नागपुर जिले के बाहर के मरीजों का भी समावेश है.
कुल 315 मौतों में 53 ग्रामीण भागों और 262 शहरी भागों के मरीजों का समावेश है. इसमें 47 मरीज नागपुर जिले के बाहर के हैं जिन्हें उपचार के लिए नागपुर के मेयो व मेडिकल आदि अस्पतालों में लाया गया था और उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. सण्डे तक सिटी में 1821 संशयितों को होम क्वारंटाइन किया गया है.
उम्र नहीं देख रहा कोरोना
पहले यह देखा जा रहा था कि 60-70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों की जिनकी रोग प्रतिकार शक्ति कमजोर हो जाती है या फिर जो अन्य बीमारियों से ग्रसित थे उनकी ही मौत हो रही थी लेकिन कोरोना महामारी अब मरीज की उम्र नहीं देख रही है. कुछ दिनों के नवजात से लेकर किशोरवय, तरुण-तरुणी, अधेड़ सभी इसके शिकार हो रहे हैं.
अगस्त महीने के 1 से 9 तारीख तक ही सबसे लगभग 200 लोग कोरोना की बलि चढ़े हैं. इसमें भी 41 से 50 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों की संख्या सर्वाधिक है. हालात बेहद भयावह होते जा रहे हैं बावजूद इसके कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है. मौतों के बावजूद लोगों का सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनिटाइजर का उपयोग कम होता जाना चौंकाने वाला है. लोगों का यह व्यवहार प्रशासन की समझ में नहीं आ रहा है.
315 कुल मौतें
374 नये पाजिटिव
8780 कुल संक्रमित
4692 अब तक हुए ठीक