BreakingNews: Corona patients in country cross 7 lakh
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  • 24 घंटे में 2,136 कोरोना मुक्त, 81 रिकवरी रेट
  • टेस्टिंग ने फिर पकड़ी गति
  • 31,993 एक्टिव केसेस

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नागपुर. कोरोना संक्रमण फैलने के साथ ही प्रशासन द्वारा टेस्टिंग भी बढ़ा दी गई है. इन दिनों सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीज बढ़ने लगे हैं. इसके बावजूद लोगों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. लॉकडाउन में मिली छूट का लोग फिर से फायदा उठाने लगे हैं. इसी का नतीजा है कि कोरोना की चेन टूटने का नाम नहीं ले रही है. अब तक सिटी में दहशत फैलाने के बाद अब ग्रामीण भागों में रफ्तार बढ़ती जा रही है. मंगलवार को 24 घंटे के भीतर 3,095 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई. वहीं दूसरी ओर अच्छी बात यह रही कि 2,136 मरीजों को ठीक होने के बाद विविध अस्पतालों से छुट्टी दी गई.

डॉक्टरों की मानें तो इस बार वायरस के बदले नेचर का ही नतीजा है कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है लेकिन समय पर जांच होने और औषधोपचार मिलने से सुधार भी तेजी से हो रहा है. वही लोग गंभीर अवस्था में अस्पताल पहुंच रहे हैं जो शुरुआत में मनमर्जी से दवा ले रहे हैं. करीब सप्ताहभर तक दवाई लेने के बाद भी स्वस्थ नहीं होने वाले मरीजों की वजह से अस्पतालों में भीड़ बढ़ने लगी है.

ग्रामीण में बढ़ रही रफ्तार

24 घंटे के भीतर प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले में कुल 14,956 लोगों की जांच की गई. इनमें 3,095 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई. इनमें सिटी में 2,272 और ग्रामीण के 819 लोगों का समावेश रहा. इस तरह अब तक जिले में कुल 1,99,771 लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं 33 लोगों की मौत हो गई. इनमें सिटी के 19 और ग्रामीण के 10 लोगों का समावेश है. अब तक जिले में 4,697 लोगों की वायरस जान ले चुका है. फिलहाल 31,993 एक्टिव केस मौजूद हैं. 24 घंटे के भीतर 2,136 मरीजों के ठीक होने के बाद रिकवरी रेट 81.63 फीसदी पर पहुंच गया है. 

मेयो, मेडिकल के ICU फुल

मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही मेडिकल और मेयो में आईसीयू भरते जा रहे हैं. मेडिकल के आईसीयू में करीब 220 बेड की व्यवस्था है, जबकि मेयो के आईसीयू में 160 बेड हैं. मंगलवार की शाम तक दोनों जगह आईसीयू भर गये थे. डॉक्टर भी प्राथमिकता को ध्यान में रखकर ही मरीजों को आईसीयू में भर्ती करा रहे हैं. यही स्थिति कुछ प्राइवेट अस्पतालों में भी बनी हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि बीमारी के लक्षण पता चलने के बाद तुरंत आइसोलेशन में चले जाने और दवाइयां लेने से गंभीर अवस्था में पहुंचने से बचा जा सकता है. मनपा द्वारा पांचपावली, वीएनआईटी और एमएलए होस्टल में कोविड केयर सेंटर बनाए गये हैं. जिन लोगों के घरों में पर्याप्त जगह का अभाव है वे शासकीय सुविधा का लाभ ले सकते हैं.