Bawankule
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नागपुर. पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने महाविकास आघाड़ी सरकार पर आरोप लगाया है कि उसकी निष्क्रियता के कारण तत्कालीन सीएम देवेन्द्र फडणवीस सरकार द्वारा विदर्भ विकास के लिए दिए गए 4,000 करोड़ रुपये वापस चले गये. उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार का एक वर्ष पूरा होना विदर्भ की जनता के लिए काला दिन है. पिछले एक वर्ष में इस सरकार ने विदर्भ विकास के लिए कोई निर्णय नहीं लिया. न ही एक रुपये निधि उपलब्ध करवाई. केवल श्रेय लूटने की लड़ाई में सारे विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में किसी भी जिले की जिला नियोजन समिति को निधि नहीं मिली है. मुख्यमंत्री मुंबई, उपमुख्यमंत्री पुणे और सारे मंत्री अपने-अपने क्षेत्र के, इस तरह का कार्य इस सरकार का शुरू है.

शीत सत्र भी रद्द कर दिया

बावनकुले ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, शिवसेना, राकां तीनों पार्टी की सरकार में श्रेय लेने की लड़ाई के चलते विदर्भ का विकास कार्य और योजनाए अटक गई हैं. विदर्भ पर अन्याय किया जा रहा है. हर वर्ष होने वाला शीतकालीन सत्र भी रद्द कर दिया गया. बारिश और बाढ़ से सोयाबीन, तुअर, कपास, धान और फल-सब्जियों की फसलों को 10,000 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ लेकिन इस सरकार ने सिर्फ 100 करोड़ रुपये की मदद घोषित की. बाढ़ग्रस्त भाग में नागरिक आज भी शालाओं व आंगनवाड़ियों में रह रहे हैं, उनके निवास की समस्या का निराकरण नहीं किया गया. 5 करोड़ बिजली ग्राहकों की तकलीफ इस सरकार ने अनदेखी कर दी. ऊर्जा मंत्री ने दिया हुआ आश्वासन उनकी पार्टी के ही मंत्री व सरकार में शामिल मंत्रियों ने मान्य नहीं किया. 

अनुदान से वंचित गरीब

पूर्व ऊर्जा मंत्री ने कहा कि गरीबों, निराधारों, संजय गांधी योजना व अन्य योजनाओं की समितियों का गठन नहीं हुआ है जिसके चलते लाभार्थी अनुदान से वंचित हैं. राशन कार्ड के लिए आरसीआईडी नंबर नहीं मिला है. रोड, बिजली, पानी का बैकलाग बढ़ता जा रहा है. जल संधारण के सारे कार्य बंद पड़े हैं. पूरे एक वर्ष में विदर्भ की जनता को उसका हक नहीं मिला. बावजूद इसके महाविकास आघाड़ी सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर उत्सव मनाकर विदर्भ की जनता के जख्मों पर नमक रगड़ने का कार्य किया जा रहा है. यह सरकार हर क्षेत्र में फेल रही है.