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    – शाहनवाज आलम 

    नागपुर. स्कूली शिक्षा पूरी होने के बाद अब ज्यादातर छात्र रेगुलर प्रवेश लेने की बजाय प्राइवेट एग्जाम देकर डिग्री हासिल करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. हायर एजुकेशन में 18 से 23 वर्ष के छात्रों में ज्यादा रुचि नहीं देखी जा रही है. जिसकी वजह से राज्य का हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट नीति आयोग के दिए गए लक्ष्य को पूरा करने में सफल नहीं हो सका है. नीति आयोग ने राज्य को 50 फीसदी कॉलेजों में पंजीयन का लक्ष्य दिया था. जिसे प्रदेश पूरा नहीं कर सका है. लक्ष्य देने के बाद नीति आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की है.

    जिसमें इसका उल्लेख है कि महाराष्ट्र में केवल 32% रजिस्ट्रेशन ही हायर एजुकेशन में हो सका है. कॉलेज तक छात्रों को लाने के लिए विभाग को अब भी छात्रों को अवेयर करने की जरूरत है. लक्ष्य से प्रदेश अभी भी 18% पीछे चल रहा है. आयोग द्वारा जारी की गई सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल की रिपोर्ट में इस बात को दर्शाया गया है कि प्रदेश में 18-23 वर्ष के बीच सिर्फ 32 फीसदी स्टूडेंट्स ही कॉलेजों में प्रवेश ले रहे हैं. 50 फीसदी रजिस्ट्रेशन के लक्ष्य को देश में हासिल करने वाला केवल एक मात्र प्रदेश सिक्किम ही है.   

    12वीं के बाद 30% छात्र नहीं करते पढ़ाई

    एक सर्वे में यह सामने आया है कि 12वीं करने के बाद सिर्फ 69.82 परसेंट स्टूडेंट्स ही ग्रेजुएशन करने जाते हैं. इसका मतलब यह है कि 30% स्टूडेंट्स तो 12वीं के बाद ही ड्रॉपआउट हो जाते हैं और आगे की पढ़ाई नहीं करते. वहीं, अगर पोस्ट ग्रेजुएशन की बात करें तो सिर्फ 22.45% स्टूडेंट्स ही एडमिशन लेते हैं. ज्यादातर छात्र प्राइवेट एग्जाम देना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. 

    M.Phil और Ph.D में ज्यादा हालत खराब

    शिक्षा जगत से जुड़े विशेषज्ञ का कहना हैं कि मतलब यह है कि 78 परसेंट स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन के बाद आगे ही पढ़ाई करते ही नहीं है. अगर एमफिल और पीएचडी कोर्सेज की बात करें तो हालात इससे भी खराब हैं. एक अनुमान है कि मात्र 4 % स्टूडेंट्स ही एमफिल करते हैं जबकि 2.9% पीएचडी करते हैं. वहीं इसके अलावा ग्रेजुएशन के रिजल्ट्स की पास परसेंटेज में लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ दिया.

    उच्च शिक्षा को बेहतर करने दिया था लक्ष्य

    उच्च शिक्षा में छात्रों की दर्ज संख्या को बढ़ाने के लिए नीति आयोग ने सभी राज्यों को ये लक्ष्य दिया था कि वे शिक्षा सत्र में कॉलेजों में प्रवेश के आंकड़ों को कम से कम 50 फीसदी तक पहुंचाए. लेकिन ऐसा केवल एक ही राज्य सिक्किम कर सका है. बाकी कोई भी राज्य ने इस लक्ष्य को पूरा नहीं किया है. सिक्किम में 18 से 23 आयु वर्ग में 53 फीसदी स्टूडेंट्स का कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन हुआ है.

    टॉप-10 अचीवर्स में महाराष्ट्र भी शामिल 

    •  सिक्किम :  53.9%
    •  तमिलनाडु : 49 %
    •  दिल्ली :    46.3 %
    • हिमाचल प्रदेश : 39.6
    •  उत्तराखंड : 39.1 %
    •  केरल : 37%
    •  तेलंगाना : 36.2%
    •  मणिपुर : 33.7%
    •  आंध्र प्रदेश : 32.4%
    •  महाराष्ट्र : 32%