Security Guards, Prashant Pawar

  • जय जवान जय किसान संगठन ने दी आमरण अनशन की चेतावनी

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नागपुर. मनपा में 20 वर्षों से सिक्योरिटी गार्ड का ठेका लेने वाली तीन कंपनियों की मनमानी की शिकायत करने के बाद तीनों कंपनियों ने अचानक 64 सिक्योरिटी गार्ड्स को नौकरी से ही निकाल दिया है. जब गार्ड्स जय जवान जय किसान संगठन के अध्यक्ष प्रशांत पवार से मदद की मांग के लिए पहुंचे तो उन्होंने मनपा आयुक्त मुंढे से चर्चा करने पहुंचे. कार्यालय में उपायुक्त निर्भय जैन से चर्चा की गई. पवार ने चेतावनी दी कि अगर 10 अगस्त तक सारे सिक्योरिटी गार्ड को वापस नौकरी पर नहीं रखा गया तो 11 अगस्त से मनपा परिसर में सभी गार्ड्स के परिवारवालों के साथ आमरण अनशन किया जाएगा.

पवार के साथ संगठन के अरुण बनकर, कृष्णराव खंडाले भी उपस्थित थे. पवार ने बताया कि मनपा में सुपर सिक्योरिटी, किशोर सिक्युरीट व युनिटी सिक्युरिटी कंपनी के 290 गार्ड्स काम करते हैं. 20 वर्षों से यही तीन कंपनियों को ठेका दिया जाता है. ये गार्ड्स के खाते में वेतन का पैसा जमान करते हैं और फिर आधा वेतन कंपनी के सुपरवाइजर द्वारा वापस ले लिया जाता है. इसकी शिकायत के बाद ही कंपनी ने 64 गार्ड्स को नौकरी से निकाल दिया.

चौथी एजेंसी का टेंडर
पवार ने बताया कि शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं करते हुए 1 अगस्त से चौथी एजेंसी को अचानक ठेका देने की जानकारी मिली. इसकी टेंडर प्रक्रिया अक्टूबर 2019 में ही कर ली गई थी. वर्ग आड्र्र पुराना ही है जिसमें 3 एजेंसी और एक नयी एजेंसी को ठेका दिया गया है. इस पुराना वर्क आर्डर का आधार लेकर सिक्योरिटी गार्ड्स को नौकरी से निकालने का आरोप उन्होंने लगाया. पवार ने आरोप लगाया कि मेट्रो रेल की तरह ही मनपा में भी भ्रष्टाचार चल रहा है जिसे उजागर कर रहेंगे. उन्होंने 11 अगस्त से आमरण अनशन की चेतावनी दी है.