नागपुर. शुक्रवार को एक साथ 40 लोगों की मौत की खबर के बाद से लोगों में डर का माहौल देखने को मिल रहा है. लेकिन इसके बाद भी लोगों की भीड़ कम होती नजर नहीं आ रही है. अब भी कई लोग नियमों का पालन न करते हुए बीमारी को हल्के में ले रहे हैं. लक्षण होने के बाद अपनी मर्जी से दवाई का सेवन करने का ही नतीजा है कि मरने वालों की संख्या में बढौतरी हुई है. इस बीच शनिवार को अब तक के सबसे अधिक 659 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि के साथ ही कुल मरीजों की संख्या 8406 हो गई है. वहीं 23 मरीजों ने दम तोड़ दिया. अब मरने वाले बढ़कर 292 हो गये हैं.
अगले कुछ दिनों में पाजिटिव मरीजों की संख्या में और बढौतरी हो सकती है. बारिश के मौसम में संक्रमण तेजी से फैलता है. इस वजह से लोगों को सावधानी बरतना आवश्यक है. शनिवार को 58 वर्षीय जयभिम चौक कमलना रोड कामठी निवासी की मौत हो गई. इसी तरह 58 वर्षीय पंचवटी नगर बिनाकी ले-आऊट, 56 वर्षीय जलालपुरा गांधीबाग निवासी, 55 वर्षीय कावरापेठ, 70 वर्षीय पंचशीलनगर, 35 वर्षीय आर्शीवाद नगर निवासी,74 वर्षीय बड़ा ताजबाग निवासी, 56 वर्षीय जागनाथ बुधवारी भारत माता चौक, 65 वर्षीय कामठी और 40 वर्षीय मरीज की मौत हो गई, शनिवार को 209 मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई. वहीं अब तक कुल 4546 लोगों को छुट्टी दी जा चुकी है. वहीं नागपुर में फिलहाल 2091 एक्टिव केस है. अब तक जिले में 97002 लोगों की जांच की जा चुकी है.
डाक्टरों की माने तो मरने वालों की संख्या बढ़ने की मुख्य वजह पहले स्टेज में मरीजों का अस्पताल में भर्ती नहीं होना है. कोरोना वाइरस तेजी से बीमार करता है. एक-दो दिनों के भीतर ही कफ इतना जमा हो जाता है कि सांस लेना मुश्किल हो जाता है. वर्तमान में मरीजों की सुविधा के लिए सभी क्वारंटिन सेंटर को कोविड सेंटर में तब्दील कर दिया गया है. डरने की बजाय जांच कराने और उपचार लेने से ही बीमारी से जंग जीती जा सकती है. घर पर रहकर बीमारी छिपाने का ही नतीजा है कि मरीजों की मौत का आंकडा तेजी से बढ़ रहा है.
सिटी में आज तक की स्थिति
8406 कुल संक्रमित
209 की मौत
4546 हुये ठीक
659 शनिवार को पाजिटिव