West Bengal's big step amid the threat of Omicron in the country, testing of booster dose will start soon
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  • 49,000 सरकारी, 38,000 निजी कर्मियों को मिलेगा लाभ

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नागपुर. कोरोना के खिलाफ जंग लड़ते अब दस महीने बीत चुके हैं. नए साल की शुरुआत के साथ ही विदर्भ में कोरोना वायरस पर प्रतिबंधात्मक टीकाकरण होने की संभावना है. शासन के निर्देशानुसार डॉक्टर, परिचारिकाओं सहित सभी आरोग्य सेवकों के नामों की सूची तैयार की गई है. पूर्व विदर्भ के छह जिलों में 88 हजार हेल्थवर्कर कोरोना के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं. इनमें से अब तक 70, 532 लोगों का पंजीयन हो चुका है. पहले चरण में इन्हें ही कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी.

कोविड पर नियंत्रण के लिए दुनिया भर में टीका तैयार करने का अनुसंधान चल रहा है. लेकिन भारत में हुए अनुसंधान से ऑक्सफोर्ड विद्यापीठ में विकसित किए जा रहे ‘कोविशील्ड’ टीका, हैदराबाद में भारत बायोटेक की ‘कोवैक्स’ और गुजरात में एक टीके की तैयारी चल रही है. कोविशील्ड और कोवैक्स इन दोनों टीकों का क्‍लीनिकल ट्रायल नागपुर में हुआ है. इस कारण  टीका यहां लगने वाला है, ऐसी नागपुर के मेडिकल में चर्चा चल रही है.

शासन के सार्वजनिक आरोग्य विभाग व शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय व रुग्णालय अर्थात सरकारी आरोग्य सेवकों के टीकाकरण के लिए 49, 578 लोगों के नाम दर्ज हो चुके हैं,जबकि निजी स्वास्थ्य सेवा से जुड़े 38, 424 स्वास्थ्य कर्मियों का नाम दर्ज किया गया है. सरकारी और निजी को मिलाकर कुल 88 हजार कर्मचारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शामिल हैं जिनमें से 70,532 का पंजीयन हो चुका है. सूत्रों के अनुसार हर दिन 100 लोगों को टीका लगाया जाएगा.

जिलेवार आरोग्य सेवकों की सूची

जिला सरकारी निजी
नागपुर 10699 18381
वर्धा 5333 10000 
भंडारा  6147 3457
चंद्रपुर 10927 4216
गढ़चिरोली 9004 885
गोंदिया 7368 1485