Administration in the accident, death of Isani campus

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नागपुर. बारिश ने प्रशासन की तैयारियों की पुरी तरह पोल खोल दी है. कही सड़कों के गड्ढों में पानी जाम हो रहा है, तो कहीं लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस रहा है. हिंगणा रोड़ स्थित इसासनी परिसर की सड़कें तो नागरिकों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. परिसर में एक नहीं बल्कि 3 बड़े कॉलेज और एक मल्टीस्पेशालिस्ट अस्पताल है. बावजूद इसके इस परिसर की सड़के पिछले 5 वर्ष से नहीं बनी है. सड़कों पर कई गहरे गड्ढें हो चुके है. कई बार शिकायते और परेशानियों से अवगत कराए जाने के बाद भी प्रशासन किसी हादसे के इंतजार में हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है. 

5 वर्ष से नहीं हुई मरम्मत
स्थानीय निवासीयों ने बताया कि पिछले 5 वर्षों से इस परिसर के बस्तियों की तो छोड़ो मुख्य सड़क की भी मरम्मत नहीं की गई है. हिंगना रोड से इसासनी परिसर की ओर मुडते ही वाहन चालकों को कई गड्ढों से होकर गुजरना पड़ता है. इस मार्ग से हर दिन सैकड़ों वाहनों की आवाजाही रहती है. यह मार्ग पहले से ही संकरी है. वर्तमान में तो कालेज बंद है इसलिए वाहनों की यातायात कम है. किंतू कालेज शुरू होने के बाद मार्ग वाहनों की आवाजाही बढ जाएगी. यदि खराब सड़कों को जल्द से जल्द दूरूस्त नहीं किया गया तो किसी भी वाहन चालक के साथ भयानक हादसा हो सकता है. 

अक्सर होते छोटे मोटे हादसे
इसके अलावा परिसर में एक मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल है. खराब सड़कों के कारण मरीज को कई झटके और तकलीफ से गुजरना पड़ता है. गड्ढों में पानी जमा हो जाने से टू व्हीलर चालक को गड्ढें की गहराई का अंदाजा नहीं होने पर उसमें वाहन के पहिये जाते दी संतुलन बगढ जाने से अब तक कई लेग गिर चुके है. दुघर्टना में कुछ लोगों की हड्डीयां तक टूट चुकी है. आए दिन इस मार्ग पर छोटे मोटे हादसे होते रहते है लेकिन वर्तमान में इसकी हालत और भी भयानक हो गई है.

यदि जल्द ही सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो वाहन चालकों के साथ गंभीर हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता. स्थानीय नागरिक डा. मोहन मजूमदार का कहना है कि खराब सड़कों के कारण हर दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे है. इसलिए संबंधित विभाग के अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाने की मांग उन्होंने की है.