40 'clone' trains run by Indian Railways from today, read full details

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  •  हार्ड शीट्स काटने में होगी आसानी

नागपुर. दुर्घटना में यदि कोई यात्री ट्रेन की कोच में फंस जाता है तो बाहर निकालने की जिम्मेदारी एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन (एआरटी) की टीम की है. लेकिन स्टेनलेस स्टील शीट से बने कोच (एलएचबी कोच) को काटना बहुत मुश्किल काम है. इस बीच एक बार शीट में छेट हो जाने के बाद हार्ड शीट को आसानी से काटा जा सकता है और कोच में मौजूद यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालकर उनका उपचार किया जा सकता है.

इससे उनकी जान बचाई जा सकती है. मध्य रेलवे अजनी के एआरटी टीम ने एक कोल्ड कटिंग उपकरण का आविष्कार किया है जो केवल 100 सेकंड में बेहद मजबूत स्टेनलेस स्टील शीट (एलएचबी कोच) में छेद कर सकता है. इस उपकरण की लागत मात्र 2500 रुपए है. अजनी के वरिष्ठ अनुभाग अभियंता अजिंक्य राजपूत, मुकेश मंडल (तकनीकी), विजय रघुनाथ और विनोद नयाले ने कड़ी मेहनत और लगन के बल पर इस उपकरण का निर्माण किया.

गोल्डन आवर में अमूल्य साबित होगा
राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, गातिमान, तेजस, वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के कोच स्टेनलेस स्टील (मजबूत शीट्स) से बने हैं. इन कोचों को एलएचबी कोच कहा जाता है. आने वाले समय में ट्रेनों के कोच ऐसे ही मजबूत धातु से बने होंगे. एलबीएच कोच में दुर्घटना नहीं होती है और ऐसा होने पर जीवन के नुकसान की संभावना कम होती है. दुर्घटना और यात्रियों के कोच में फंसे होने की स्थिति में जल्द से जल्द एक एआरटी को मदद के लिए भेजा जाता है. रेलवे की भाषा में इसे गोल्डन आवर कहा जाता है. यह विशेष उपकरण गोल्डन आवर के दौरान अमूल्य होगा.

 

LBH कोच के लिए उपयुक्त
साधारण ट्रेन के डिब्बों के शीट्स को काटना बहुत मुश्किल काम नहीं है. लेकिन, एलएचबी कोचों के शीट्स को काटना एक बहुत ही जोखिम भरा काम है. सामान्य उपकरण इस हार्ड शीट पर काम नहीं करते हैं. रेलवे के पास लाखों रुपये के उपकरण हैं. हालांकि, उपलब्ध उपकरण से समय की खपत ज्यादा होता है. इसके मद्देनजर मध्य रेलवे के वरिष्ठ मंडल अभियंता अखिलेश चौबे के मार्गदर्शन में अजिंक्य राजपूत और उनकी टीम ने कोल्ड कटिंग उपकरण बनाए हैं.

चौबे ने हाल ही में ‘उस्ताद’ नामक एक रोबोट बनाया है. मास्टर रोबोट रेलवे के अलावा अन्य जगहों पर काम कर सकता है. खतरे की सूचना देना इस रोबोट की विशेषता है. अधिकारियों ने मध्य रेलवे अजनी में एआरटी टीम द्वारा निर्मित कोल्ड कटिंग उपकरण की सराहना की. इसकी जानकारी भारतीय रेलवे की सभी एआरटी टीमों को भेज दी गई है. विशेषज्ञों ने कहा कि यह उपकरण रेलवे में उपयोगी साबित हो सकता है.

स्टेनलेस स्टील शीट
इन-हाउस फेब्रिकेटेड क्रैडल फॉर हाउसिंग इनोवेटिंग कोल्ड कटिंग इक्विपमेंट शीट्स स्टेनलेस स्टील से बनी है. एलएचबी कोच को पहले एक त्रिकोणीय छेद बनाना होता है. एक बार छेद हो जाने पर भी हार्ड शीट को आसानी से काटा जा सकता है. उपकरण की शीट्स को काटते समय टूटने की संभावना है. शीट टूटने से कई टुकड़े बन जाते हैं और उपस्थित एआरटी की टीम के घायल होने की संभावना होती है. हालांकि क्रैडल उपकरण होने के कारण शीट्स टूटती नहीं हैं, उड़ती नहीं हैं और उसको आसानी से काटा जा सकता है. शीट्स को आसानी से काटकर घावों का समय पर इलाज किया जा सकता है.