Maturkar Family Murder Case, Nagpur

    Loading

    नागपुर. तहसील थाना क्षेत्र में हुए सामूहिक हत्याकांड ने केवल नागरिकों को ही नहीं, बल्कि पुलिस अधिकारियों को भी स्तब्ध कर दिया. पुलिस मान रही है कि आलोक मानसिक रूप से विकृत था. कोई इंसान अपनी पत्नी और बच्चों को इस तरह कैसे मार सकता है. उसकी हैवानियत देख पुलिस अधिकारी भी विचलित हैं. वह अस्वीकार्य यौन आचरण करने वाला व्यक्ति था. जिस तरह उसने अपनी बेटी को मारा है यह कोई सामान्य इंसान सोच भी नहीं सकता.

    पुलिस के हाथ एक ऑडियो क्लिप लगी है जिससे पता चलता है कि हत्या के सत्र की शुरुआत आलोक की ससुराल से हुई थी. अमिषा जानती थी कि आलोक उससे मिलने आ रहा है. जैसे ही दोनों की बातचीत शुरू हुई अमिषा ने अपने फोन पर वॉइस रिकॉर्डर शुरू कर दिया. दोनों के बीच पहले प्यार भरी बातें हुईं. दोनों ने शारीरिक संबंध भी बनाए.

    इसके बाद शुरू हुई दोनों के बीच बहस. अमिषा को जरा भी भनक नहीं थी कि आलोक अपने साथ चाकू भी लाया है. जैसे ही गालीगलौज शुरू हुई उसने चाकू से उसकी गर्दन रेत दी. इतना ही नहीं, बैठकर उसकी आखिरी सांसें गिनने लगा. ‘जल्दी मरती क्यूं नहीं’ कहकर उसके शरीर को भी गोद डाला.

    ‘अब तू भी मर जा’ 

    ऑडियो क्लिप में रिकॉर्ड हुई आवाज के अनुसार हत्या करने के बाद आलोक ने चाकू धो लिया लेकिन करीब 15 मिनट के बाद सास लक्ष्मीबाई घर में दाखिल हुई. बेटी को खून से लथपथ हालत में पड़ी देख उन्होंने आलोक से कहा, ‘ये क्या कर दिया जवाई.’ आलोक ने उसे चुप रहने को कहा लेकिन बेटी की हालत देख वह चुप न रह पाई और इसी दौरान उसने लक्ष्मी को भी चाकू से गर्दन पर वार कर मौत के घाट उतार दिया और कहा ‘अब तू भी मर जा.’ 27 मिनट के भीतर आलोक ने सास और साली का काम तमाम कर दिया.

    इसके बाद दोनों के शरीर को चादर से ढंककर वहां से चल दिया. अब तक हुई जांच में यह साफ हो गया कि लक्ष्मी ने ही आलोक को घर जाकर अमिषा को समझाने के लिए कहा था. इस दौरान लक्ष्मी आलोक के घर में ही बैठी थी. इस ऑडियो क्लिप में रिकॉर्ड हुए संभाषण से यह बात भी साफ हो गई है कि आलोक और अमिषा के बीच प्रेम संबंध थे. 

    देखता था महिलाओं को वश में करने के वीडियो

    आलोक का मोबाइल खंगालने पर पुलिस को पता चला कि वह महिलाओं को वश में करने के लिए यूट्यूब पर वीडियो देखता था. उसके यूट्यूब की सर्च हिस्ट्री से तो यही पता चलता है. खून से सने कपड़ों के साथ वह घर पर तो गया लेकिन विवाद होने के बाद भी उसने पत्नी विजया को अपने वश में कर लिया. बड़ी ही चालाकी से उसने उसे उत्तेजित किया और चाकू से गर्दन रेत दी. मां की चीख सुनकर बेटी परी जाग गई. संभवत: परी उसका विरोध कर रही थी. उसने पहले उसके सिर पर हथौड़ी से वार किया. उसके बेहोश होने पर हाथ-पैर बांध दिए और चाकू से गर्दन पर वार कर मौत के घाट उतार दिया. 

    सच्चाई सामने लाना चाहती थी अमिषा

    आलोक और अमिषा के बीच प्रेम संबंध थे. लेकिन अमिषा की 2 और युवकों के साथ भी दोस्ती थी. इसकी जानकारी आलोक को थी. यह उसे पसंद नहीं था कि वह किसी और से बात न करे इसलिए उसे रोका-टोका करता था. परिजनों को लगता था कि वह अपने जीजा होने का फर्ज निभा रहा है लेकिन अमिषा उसकी मंशा जानती थी.

    शायद इसीलिए आलोक के घर पहुंचने के बाद उसने अपने पिता के दोस्त बबलू को मैसेज करके बताया था कि टकला (आलोक) घर पर आया है. इसी के साथ ही उसने वॉइस रिकॉर्डर भी शुरू कर दिया था. आलोक से दूर रहने के लिए ही उसने अपना घर छोड़ दिया था और लगभग 1 महीने तक अपनी सहेली के साथ रही. किसी तरह परिजनों ने उसे वापस बुलाया लेकिन फिर आलोक की रोक-टोक शुरू हो गई.