Ambazari Lake
अंबाझरी तालाब

  • MWRRA ने संबंधित अथारिटीज को दिया नोटिस

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नागपुर. सिटी के 150 वर्ष पुराने ऐतिहासिक अंबाझरी तालाब की अवस्था ऐसी दयनीय हो गई है कि अगर समय पर मरम्मत व मेन्टेनेन्स का कार्य नहीं किया गया तो तालाब की एक ओर की दीवार टूट सकती है. इससे आसपास की कालोनियों के साथ ही नागनदी में बाढ़ आने से भारी नुकसान का खतरा बन गया है.

तालाब की सुरक्षा से संबंधित खबरों के प्रकाशित होते ही महाराष्ट्र जलसंपदा नियमन प्राधिकरण यानी एमडब्ल्यूआरआरए ने स्व संज्ञान लेते हुए खुद ही जनहित याचिका दायर कर ली है. साथ ही मनपा आयुक्त, विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल के कार्यकारी संचालक और जिलाधिकारी को 28 अक्टूबर को नोटिस जारी कर 23 नवंबर के पहले एफिडेविड पेश कर अपना पक्ष रखने को कहा गया है.

दरअसल, मेन्टेनेन्स व अनदेखी से अंबाझरी तालाब की बाउंड्री वाल की हालत दयनीय हो गई है. तालाब में 12 महीने पानी लबालब भरा होता है. बारिश के दिनों में तो यह ओवरफ्लो होता है. पानी के दबान से जर्जर हुई बाउन्ड्री अगर टूटी तो शहर के कई इलाके खतरे में आने का भय है.

मरम्मत की है जरूरत

सिटी के इस 150 वर्ष पुराने तालाब की ऊंचाई 11 मीटर है. देखभाल व दुरुस्ती के अभाव में इसकी सुरक्षा दीवार की हालत दयनीय हो गई है. कुछ संगठनों ने मनपा के अधिकारियों का ध्यान भी इस ओर दिलाया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जब इस संदर्भ में अखबारों में खबरें प्रकाशित हुईं तो एमडब्ल्यूआरआरए ने खुद संज्ञान लेकर संबंधित अथारिटीज के प्रमुख अधिकारियों को नोटिस जारी कर पक्ष रखने का समय दिया है. सुरक्षा दीवार को मरम्मत की सख्त जरूरत है और अब नोटिस जारी होने पर कार्य होने की उम्मीद नागरिकों को बंधी है. 

छोड़ा जाता है गंदा पानी

अंबाझरी तालाब से एक समय पूरे शहर को पीने का पानी सप्लाई किया जाता था. लेकिन एमआईडीसी के कई कारखानों का जहरीला प्रदूषित पानी इसमें छोड़ने से यह पीने लायक नहीं रहा. यहां का पानी शुद्धिकरण कर पीने के लायक बनाया जा सकता है लेकिन उस पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. फिलहाल तो इसकी सुरक्षा दीवार के संदर्भ में एमडब्ल्यूआरआरए ने जनहित याचिका दायर कर ली है. इसकी सुनवाई सदस्य कानून विनोद तिवारी और सदस्य अर्थशास्त्र डा. एस.टी. सांगले के समक्ष होगी.