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नागपुर. मनपा की सभा में हुए हंगामे को लेकर एक ओर जहां कोहराम मचा हुआ है, वहीं अब आसीनगर जोन में हुई प्रभाग समिति में भी बारिश के समय आवश्यक कार्यों के लिए निधि नहीं होने का खुलासा करते ही सभापति से लेकर तमाम पार्षदों की ओर से सहायक आयुक्त गणेश राठोड और कार्यकारी अभियंता राजेश भूतकर की जमकर खिंचाई की.

उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष बजट में प्रभाग समिति के लिए निधि का आवंटन किया जाता है. जिसके माध्यम से प्रभाग अंतर्गत आनेवाले क्षेत्रों में प्रभाग निधि से विकास कार्यों को अंजाम दिया जाता है. इसी निधि के अंतर्गत कुछ आवश्यक कार्य करने की मांग पार्षदों की ओर से बैठक के दौरान की गई. लेकिन अधिकारियों ने इन कार्यों के लिए निधि उपलब्ध नहीं होने की जानकारी दी. जिससे पार्षदों का पारा चढ़ गया. 

जानकारी तक नहीं दे रहे अधिकारी
सभापति वीरंका भिवगडे का मानना था कि जोन अंतर्गत आनेवाले प्रभागों में विकास कार्यों के संदर्भ में अबतक प्रशासन की ओर से क्या कार्यवाही की गई. वर्ष 2017 से हुए कामों के टेंडर, दिए गए कार्यादेश और क्रियान्वित हुए विकास कार्य तथा अटके विकास कार्यों की जानकारी सहायक आयुक्त और कार्याकारी अभियंता भूतकर से मांगी गई. किंतु आलम यह है कि इन अधिकारियों की ओर से संतोषजनक जानकारी तक नहीं दी जा रही है. अधिकारियों से सरल प्रश्न पूछे गए. जिसमें वर्ष 2020 के आर्थिक वर्ष में जोनल स्तर पर अति आवश्यक कौनसे कार्य किए गए, तथा किस पद्धति से प्राकलन तैयार किया गया. इसकी केवल जानकारी प्रेषित करने को कहा गया. किंतु प्राकलन की जानकारी तक नहीं रखी गई. जनप्रतिनिधियों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया.

लोगों की गालियां खा रहे जनप्रतिनिधि
पार्षदों का मानना था कि बारिश के पूर्व गडर, आईआरडीपी नालियों पर बने चेंबर के ढक्कन, मलजल के टाके साफ करने की प्रक्रिया पूरी की जाती है. लेकिन इस समय कार्य नहीं होने से जनप्रतिनिधियों को लोगों की गालियां खानी पड़ रही है. नालियां अवरूद्ध की सफाई मशीन के माध्यम से कौन करेगा, इसकी जानकारी तक नहीं दी जा रही है. यहां तक कि चोकेज रॉड के डिस्ट्रीबूशन का कार्य किसे दिया गया, इसकी जानकारी तक प्रशासन की ओर से बैठक में नहीं दी जा रही है. प्रशासन की ओर से अधूरी जानकारी देकर लीपापोती किए जाने का आरोप भी पार्षदों की ओर से लगाया गया.